एक बार फिर चीन अपने इलाके की सीमा को पार कर दूसरे इलाकों में घुसपैठ करने की नकाम कोशिशे कर रहा हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूटान की ओर डोकलाम पठार के पूर्व में चीन के एक गांव की निर्माण का संकेत देने वालीं नयीं उपग्रह तस्वीरें सामने आईं हैं. ये क्षेत्र भारत के रणनीतिक हित के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. आपको बता दें कि ये तस्वीरें मेक्सर कंपनी द्वारा खींची गई हैं. मेक्सर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में खुफिया मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है.
डोकलाम ट्राई-जंक्शन पर साल 2017 में भारत और चीन की सेना के बीच 73 दिनों तक गतिरोध बना रहा था, जब चीन ने उस क्षेत्र में एक सड़क का विस्तार करने की कोशिश की थी, जिस पर भूटान ने दावा किया था कि नई सैटेलाइट तस्वीरों में इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि चीन अमो चू नदी घाटी में भी दूसरा गांव बसा रहा है. जो करीबन पूरा हो चुका है. वहीं चीन ने दक्षिण क्षेत्र में तीसरे गांव के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बता दें कि उपग्रह तस्वीरों में 6 इमारतों की नींव भी साफ-साफ दिखाई दे रही है. इसके अलावा कई दूसरे निर्माणो के लिए भी काम तेजी से चल रहा है.
अमेरिकी कंपनी मेक्सर की ओर से खींची गई तस्वीरों को मीडिया ने सांझा किया है. मेक्सर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में खुफिया मुद्दों पर ध्यान फोकस करती है. मेक्सर की ओर से खींची गई तस्वीरों में गांव में हर घर के दरवाजे पर एक कार खड़ी नज़र आ रही थी. हालांकि, नई तस्वीरों पर सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई.
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि गांव के बगल में एक साफ-सुथरा हर मौसम में चलने वाला कैरिजवे है, जो भूटान में भूमि हड़पने के हिस्से के तौर पर देखा जाता है. ये सड़क चीन को डोकलाम पठार में एक रणनीतिक रिज तक पहुंचा सकती है. बता दें कि भूटान चीन के साथ करीब 400 किमी लंबी सीमा सांझा करता है.