ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन से लैस HRTC बसें अब सड़क पर दौड़ना शुरू कर दिया हैं. इसके साथ ही हिमचाल प्रदेश ट्रैकिंग सिस्टम बसों में लगाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है. गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के ट्रांसपोर्ट मंत्री बिक्रम ठाकुर ने बसों में लगी नई तकनीक का जायजा लिया. देहरा में बिक्रम ठाकुर ने चलती बसों में नए सिस्टम के बारे में पड़ताल की.
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ था जिसमें बसों से चार्जिंग पॉइंट निकाल कर तोड़फोड़ कर बसों को नुकसान पहुंचाया गया था. इसके बाद सरकार के परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर एक्शन में आए और वीरवार सुबह देहरा उपमंडल में हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा चलायी जा रही नई बसों का औचक निरीक्षण किया.
विक्रम ठाकुर ने निरिक्षण के दौरान देहरा के चनौर में HRTC की बस का निरीक्षण करते हुए सरकार द्वारा सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखें. कुछ दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों के लिए आपातकाल स्थिति में सहायता उपलब्ध करवाने की दृष्टि से ट्रैकिंग डिवाइस व पैनिक बटन की व्यवस्था की गई है. इस व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए उन्होंने चालक व परिचालक को यात्रियों को इसके बारे में जानकारी देने को कहा.
विक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में हिमाचल पथ परिवहन निगम के माध्यम से लोगों की सुखद यात्रा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं. इसी के तहत निगम द्वारा प्रदेश में 206 नई बसें खरीदी गई हैं और आने वाले समय में लगभग 350 अन्य नई बसें HRTC के बेड़े में सम्मिलित की जाएंगी. परिवहन मंत्री ने यात्रियों का कुशलक्षेम जानते हुए उन्हें सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं से अवगत भी करवाया.
इस अवसर पर उन्होंने चालक व परिचालक को यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा का विशेष ध्यान रखने की बात कही है. उन्होंने इस बरसात के मौसम में सार्वजनिक वाहन चालकों से गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की बात कही हैं. निरिक्षण के दौरान विक्रम ठाकुर ने लोगों से भी आग्रह किया कि HRTC की बसों के रख-रखाव और संभाल में यात्री भी सहयोग दें.
ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सरकार द्वारा यह आधुनिक बसें खरीदी गई हैं. यात्रियों से बातचीत के दौरान ठाकुर काहते हैं कि अपनी नीजि वस्तु की तरह इसका उपयोग करते हुए इनके रख-रखाव में अपना सहयोग दें.