जयराम सरकार को बने अभी दो महीने भी नहीं हुए हैं लेकिन अभी से सरकार और इसके मंत्री मुसीबतों में फंसते नजर आ रहे हैं। जी हां, हिमाचल की बीजेपी सरकार के दो मंत्रियों की विधानसभा की सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल, मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और आईपीएच एवं बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडा की सदस्या पर सवाल खड़े करते हुए हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई है।
महेंद्र सिंह ठाकुर के खिलाफ उन्हीं के क्षेत्र के रमेश चंद ने हाईकोर्ट में याचिका डाल कर उनकी सदस्यता खारिज करने की मांग की है। याचिका में दोनों मंत्रियों की विधानसभा की सदस्यता पर सवाल खड़ा करते हुए उनपर विधानसभा चुनाव के दौरान झूठा शपथपत्र दाखिल करने का आरोप लगाया गया है।
महेंद्र सिंह ठाकुर से सवाल
याचिकाकर्ता ने शिकायत करते हुए पूछा है कि मंत्री जी उनकी पढ़ाई खासकर ये बताएं कि उन्होंने 12वीं किस साल में पास की थी। साथ ही ये भी पूछा गया है कि अगर उनकी पत्नी गृहणी हैं तो उनके पास करोड़ों की संपत्ति कहां से आई जबकि साल 2012 चुनाव में उनके पास कथित तौर पर पैन कार्ड तक नहीं था।
सवालों के घेरे में रामलाल मार्कंडा
रामलाल मार्कंडा के खिलाफ दायर याचिका में कहा गया है कि रामलाल साल 2007 में जब लाहौल-स्पीति से विधायक थे, लेकिन उस दौरान और अब तक की संपत्ति का ब्यौरा मेल नहीं खाता है। याचिका में मांग की गई है कि शपथपत्र संपत्ति संबंधी जानकारी भी गलत है, इसलिए इनकी सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए।