हिमाचल की 13वीं विधानसभा का 15वां मानसून सत्र आयोजित किया जा रहा है. चार दिन के मानसून सत्र में सत्ता पक्ष-विपक्ष मौजूदा कार्यकाल में अंतिम बार आमने सामने होगा. सत्र में दोनों दल एक दूसरे के ऊपर हावी होने की कोशिश करेंगे. छोटे सत्र में 367 सवाल सदस्यों द्वारा भेजे गए हैं. नियम 62 के तहत दो, 130 के तहत तीन और नियम 101 के तहत चर्चाएं लगाई गई हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा की साल में 35 बैठकें पूरी होनी जरूरी है. लेकिन मौजूदा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में 35 बैठकें पूरी नही हो पाई हैं. इस साल तो मानसून सत्र को मिलाकर मात्र 19 बैठकें ही हो पाएंगी.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 10 अगस्त सुबह 11 बजे से शोकोदगार के साथ सदन की कार्यवाही शुरू होगी. 11 अगस्त, 2022 को गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है. जबकि 13 अगस्त को शनिवार के दिन भी सत्र का आयोजन किया जायेगा. इस सत्र में अभी तक कुल 367 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं.
जिसमें तांराकित प्रश्नों की संख्या 228 है (167 Online व 61 Offline) ओर 139 अतारांकित प्रश्न प्राप्त हुए हैं. कोरोना महामारी अभी भी खत्म नही हुई है. साथ ही नई महामारी मंकीपॉक्स ने भी दस्तक दे दी है ऐसे में Sops का पूरा पालन किया जायेगा. सदस्यों ने महँगाई, बेरोजगारी, सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा पर सवाल पूछे हैं.
हिमाचल विधानसभा में साल में 35 बैठके सालाना जरूरी होती हैं. लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान किसी भी वर्ष में ये बैठकें पूरी नही हुई हुई है. वर्ष 2018 में कुल 34 बैठकें आयोजित की गई, 2019 में 30, 2021 में 32, व 2022 में 19 बैठकें ही आयोजित की जा सकी हैं. यानी कुल 140 बैठकें ही पांच साल में आयोजित की गई. इसमें, 35 बैठकें कम रही. मानसून सत्र सुचारु रूप से चले इस के लिए, 9 अगस्त यानी कल सर्वदलीय बैठक रखी गई है.