हर घर तिरंगा अभियान के बहाने केंद्र की भाजपा सरकार देश की आन-बान-शान तिरंगे का व्यापारीकरण कर रही है. मोदी सरकार में पूंजी पतियों के लाखों करोड़ों रुपए के कर्ज माफ किए जा रहे हैं और तिरंगे को बेचा जा रहा है.
यदि सरकार आजादी के अमृत महोत्सव को विशेष बनाना चाहती है. तो देश के तिरंगे को बेचने के बजाय यह निशुल्क तौर पर लोगों को उपलब्ध करवाना चाहिए था. हमीरपुर कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र जार ने वीरवार को हमीरपुर में प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए यह बयान दिया है.
प्रेस वार्ता के दौरान हमीरपुर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मीडिया के समक्ष तिरंगे को प्रदर्शित करते हुए क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए. कांग्रेस पदाधिकारियों ने तिरंगे झंडे को प्रेस वार्ता में प्रदर्शित किया. जोकि पंचायतों में सरकार की तरफ से वितरित किए जा रहे हैं. जिला अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो तिरंगे उपलब्ध करवाए गए हैं. उनकी क्वालिटी बेहद ही खराब है. डाकखाना व अन्य सरकारी विभागों से दिए जाने वाले झंडों की तुलनात्मक कुछ बेहतर है.
इस अभियान में कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार की बू आ रही है. स्मरण रहे कि मोदी सरकार ने झंडे की सप्लाई के लिए गुजरात की एक चहेती फर्म से ठेका कर रखा है. 5 से 7 रुपए में जो झंडा बाजार में उपलब्ध है. उसी क्वालिटी का झंडा 25 रुपए में जबरन बेचा जा रहा है.
जार ने कहा कि बेहतर होता है कि केंद्र सरकार देश की आन-बान-शान तिरंगे का अपमान करने के बजाय इसकी शान को और बढ़ाती. कांग्रेस पार्टी इस हक में है कि हर घर पर तिरंगा लहराए जाए. लेकिन तिरंगे का व्यापारीकरण बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
हालात ऐसे हैं कि पंचायतों में जो तिरंगे भेजे गए हैं . उनकी क्वालिटी बेहद ही खराब है. लोग तिरंगे की क्वालिटी को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार देश और प्रदेश में पूंजीपतियों को लाभ देने का प्रयास कर रही है.
यदि तीन पूंजी पतियों के करोड़ों के कर्ज को माफ किया जा सकता है. तो क्या आम लोगों को निशुल्क तिरंगे उपलब्ध नहीं करवाए जा सकते हैं. कांग्रेस पार्टी तिरंगे के व्यापारीकरण, राजनीतिकरण का विरोध करती है. तिरंगे का अपमान किया जा रहा है और इस अपमान को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.