प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हाल ही में एक पुस्तक मोदी एट दी रेट टवंटी ड्रीम मीट डिलिवर प्रकाशित हुई है. जिसको लेकर देशभर में चर्चाओं का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को मंडी में डा. ओमराज शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीस वर्षों के राजनीतिक जीवन के अलावा उनके व्यक्तित्व को उदघाटित किया गया है.
इस पुस्तक का विमोचन गत दिनों पूर्व उपराष्ट्रपति वेकैया नायडू द्वारा गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर की मौजूदगी में किया गया. पुस्तक के पांच खंड और 21 अध्याय हैं. इस पुस्तक को किसी एक लेखक द्वारा नहीं लिखा गया है. बल्कि देश की कई जानीमानी हस्तियों द्वारा नरेंद्र मोदी को लेकर व्यक्त किए गए विचारों को इसमें संकलित किया गया है. जिसमें ऐसे करीब 22 लेखकों को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2001 से पूर्व नरेंद्र मोदी ने वार्डपंच का चुनाव भी नहीं लड़ा था.
1970 से 1980 के दशक के बीच वे आरएसएस के स्वयं सेवक रहे और देश भर में लोगों के बीच रह कर उनकी समस्याओं को देखने और समझने का उन्हें अवसर मिला. इसके बाद वे 1980 के बाद भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने लगे। उन्होंने बताया कि 2001 में भुज में आए भीषण भूकंप में उन्होंने लोगों की सेवा की.
इसके बाद उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कई ऐतिहासिक कार्य करने के बाद 2014 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में भाजपा द्वारा पेश किया गया. प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नेता के रूप में अपनी छवि बनाई और 2019 में दोबारा चुनाव जीत कर प्रधानमंत्री बनें. उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में नरेंद्र मोदी के जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर किया गया है.
वहीं पर उनके द्वारा शुरू की गई कई कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख भी किया गया है. इस पुस्तक की प्रस्तावना स्वर साम्राज्ञी स्व. लता मंगेशकर द्वारा लिखी गई है. खेलों के प्रति उनके रूझान पर गोल्ड मैडलिस्ट पीवी सिंधु ने अपने अनुभव साझा किए हैं. वहीं पर कई अन्य हस्तियों ने नरेंद्र मोदी के साथ अपने अनुभवों को इस पुस्तक में बयां किया है.
उन्होंने कहा कि कोविड काल और अन्य विपरीत परिस्थितियों में जिस तरह से नरेंद्र मोदी देश के लोगों का हौंसला बढ़ाते रहे हैं. यह अपने आप में अनूठा उदाहरण है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस पुस्तक का हिंदी संस्करण भी आने वाला है और इस पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री और राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को भी आमंत्रित किया जाएगा. इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष रणवीर सिंह और जिला बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के सदस्य हरीश वैद्य भी मौजूद रहे.