जिला सिरमौर के नाहन में सैनवाला में ममता शर्मसार करने का मामला सामने आया है। जहां कलयुगी मां-बाप ने 9 महीने गर्भ में पालने के बाद अपनी दुधमुंही बच्ची को सड़क किनारे झाडियों में फेंक दिया। झाड़ियों से बच्ची के रोने की आवाज आने पर वहां से गुजर रहे एक सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी की नजर बच्ची पर पड़ी और वे उसे अपने साथ घर ले गए।
जानकारी के मुताबिक सैनवाला में सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी रामेश्वर रास्ते से गुजर रहे थे तभी उन्हें झाडियों से बच्चे के रोने बिलखने की आवाज सुनाई दी। नजर दौड़ाने पर उन्हें एक दुधमुंही बच्ची झाड़ियों के बीच रोती दिखाई दी। जिसे वहां से निकाल कर वे अपने साथ अपने घर ले गए। रामेश्वर ने मामले की सूचना पंचायत प्रधान और पुलिस को दी है।
दरअसल, सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी रामेश्वर वीरवार तड़के सैर पर निकले थे कि शिव काली मंदिर के समीप नेशनल हाइवे के किनारे झाडियों में उन्हे बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर जब वह झाडियों तक पहुंचे तो उन्होंने बच्ची को कंबल में लिपटा पाया। इसके बाद उन्होंने बच्ची को उठाया और अपने घर ले आए।
इस मामले में रामेश्वर ने आंबवाला सैनवाला पंचायत के प्रधान संदीप को इसकी सूचना दी और पुलिस को भी सूचित किया। फिलहाल बच्ची को रामेश्वर ने अपने घर पर ही बच्ची को संरक्षण दिया है।
वहीं, अभी तक कलयुगी मां-बाप का कोई पता नहीं चल पाया है। रामेश्वर व पंचायत प्रधान बच्ची को लेकर सिरमौर डीसी से मिलने गए हैं। बताया जा रहा है कि सैनवाला के दो परिवारों ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई है।