केसीसी बैंक के चेयरमैन को हटाने की चल रही कवायद के बीच बैंक चेयरमैन जगदीश सिपहिया ने आज दो टूक शब्दों में कहा है कि बीजेपी के कुछ लोग चेयरमैन पद हासिल करना चाह रहे हैं। जगदीश सिपहिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी के कुछ लोग बैंक को लेकर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
'समाचार फर्स्ट' से बातचीत के दौरान जगदीश सिपहिया ने कहा कि जब भाजपा के लोग चेयरमैन पद पर काबिज थे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन हुई थी, तब मैंने बीजेपी के लोगों से केसीसी बैंक चेयरमैन पद छोड़ने की अपील की थी, तब बीजेपी के लोगों ने कहा था कि लोकतांत्रिक तरीके से बहुमत साबित कर चेयरमैन पद हासिल करें।
बिना बहुमत हासिल किए पद से नहीं हटाया जा सकता
सिपहिया ने कहा कि उन्होंने लोगों की सहमति के साथ 4 माह बाद बहुमत साबित करके चेयरमैन पद हासिल किया था। ऐसे में मुझे पद से हटने की बात कहने वाले बीजेपी के लोगों को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। बैंक के डायरेक्टर और सदस्य मेरे साथ हैं, ऐसे में मुझे चेयरमैन पद से बिना बहुमत हासिल किए कोई नहीं हटा सकता।
एनपीए को लेकर हैरान हूं
वहीं, जगदीश सिपहिया ने कहा कि बैंक के एनपीए को लेकर मैं हैरान हूं, पीएनबी स्केंडल से लोग डरे हुए हैं। कुछ लोग पता नहीं एनपीए के को लेकर कहां से आंकड़े दे रहे हैं। सिपहिया ने कहा कि बैंक के ग्राहकों को बताना चाहता हूं कि न तो मेरे कार्यकाल में बैंक का एनपीए बढ़ा है और न ही ऐसी कोई घटना हुई, जिससे बैंक को नुकसान हो।
उन्होनें कहा कि जब मैंने चेयरमैन पद संभाला था उस समय बैंक का लाभ 18 करोड़ था, जो कि पिछले 4 साल के मेरे कार्यकाल में बढ़कर 64 करोड़ हो गया है और यह बिना काम करने के नहीं हुआ।