प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि हिमाचल विधानसभा का चुनाव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के लिए गले की फांस बन गया है और अपनी प्रतिष्ठा को दांव पर लगा देखते हुए पड़ोसी राज्यों के तमाम बड़े नेताओं से लेकर संघ के पदाधिकारियों की फौज को हिमाचल में झौंक दिया गया है.
जिनकी आव भगत में सरकारी मशीनरी का जम कर दुरुपयोग किया जा रहा है. तमाम सरकारी विश्रामगृहों पर संघ और भाजपा के ऐसे नेता काबिज़ हैं और अधिकारी दिन रात उनकी सेवा में लगे हैं.
प्रेम कौशल ने कहा कि भाजपा और इसके नेताओं का नजरिया और सोच ही व्यवसायिक है और इसी सोच के चलते भाजपा खरीद फरोख्त का ही कार्य करती है.
फिर वह चाहे देश की वेशकीमती संपत्तियों को बेचने की बात हो या विधायकों की खरीद फरोख्त की बात हो, उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक और नेता तो खरीद सकती हैं परंतु प्रदेश की जनता के स्वाभिमान,आक्रोश और मत को नहीं खरीद सकती हैं.
हिमाचल के इतिहास की सबसे निकम्मी सरकार और कंफ्यूज एवं असफल मुख्यमंत्री को बदलने की प्रदेश की जनता की सोच और भावना को कोई नहीं खरीद सकता. कौशल ने चुनीदा राज्यों में कांग्रेस की सरकारें होने के मुख्यमंत्री के कथन पर भी तंज कसते हुए कहा कि वह अपने राज्य की चिंता करें क्योंकि अब यहां से भी भाजपा की विदाई होने वाली है और जनता के समर्थन से यह राज्य पुनः कांग्रेस पार्टी के शासन की तरफ अग्रसर हो चुका है.