हिमाचल प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से टीएमपीए संघर्ष समिति ने टीएमपीए भर्ती का अंतिम परिणाम घोषित करने की मांग की है। इस संबंध में आज टीएमपीए संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधीश कांगड़ा संदीप कुमार से मिला और जिलाधीश के माध्यम से सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने का निवेदन किया।
इस दौरान समिति के सदस्य शशि ने बताया कि एक तरफ सरकार युवाओं को रोजगार देने की बात करती है और दूसरी तरफ भर्ती प्रक्रियाओं पर रोक लगा कर युवाओं को बेरोजगार कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन में परिचालकों की लिखित परीक्षा दी थी जिसका परिणाम 28 सितंबर 2017 को घोषित किया गया था।
इस परीक्षा में 3816 परीक्षार्थी उतीर्ण हुए थे और उनका मूल्यांकन शिमला में हुआ था। उसके बाद प्रदेश में चुनावों के दौरान आचार सहिंता लगने के कारण अंतिम परिणाम नहीं निकल पाया। उन्होंने कहा कि नई सरकार ने सता में आते ही समीक्षा के नाम पर इल भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी।
उन्होंने कहा कि सरकार बने हुए दो महीने का वक्त बीत गया है लेकिन सरकार अभी तक भी इस मामले पर कुछ नहीं कर रही उलट इसके नए नए बहाने बना कर भर्तियों को रद्द कर रही है। समिति ने मांग कि है कि जल्द इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाये अन्यथा उन्हें भी सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा।