हिमाचल कांग्रेस ने जबसे विधानसभा चुनाव के लिए कैंडिडेट से बिना किसी शुल्क के आवेदन मांगे हैं. तब से कांग्रेस के खेमें में आवेदनों की बाढ़ सी आ गई है. इसी कड़ी में अब शिमला के एक चायवाले देवेंद्र कुमार उर्फ डीके ने शिमला शहरी से टिकट के लिए आवेदन कर सभी का ध्यान अपनी और खींच लिया है.
देवेंद्र 18 साल से कांग्रेस कार्यालय में अपनी चाय की चुस्की का स्वाद राजनिति के धुरंधरों को चखाते आए हैं और अब वह खुद राजनिती के अखाड़े में उतर आए हैं..
बता दें कि साल 1982 में युवा कांग्रेस के साथ जुड़े देवेंद्र कुमार ने हैवीवेट नेताओं के बीच शिमला शहर से टिकट के लिए आवेदन किया है. देवेंद्र कुमार उर्फ डीके ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आवेदन को निशुल्क कर हर उस कार्यकर्ता को चुनाव के लिए आगे आने का मौका दिया, जो लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वे बीते करीब 40 साल से लगातार कांग्रेस पार्टी में जुड़े हैं और 18 साल से आम कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता को चाय की चुस्की का स्वाद चखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि पार्टी उन्हें मौका देती है और भी विधायक बन कर आते हैं, तो सबसे पहले शिमला शहर की पानी की समस्या को सुलझाएंगे.
वहीं, देवेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी वास्तव ने हर आम कार्यकर्ताओं को मौका देती है. डीके ने टिकट के लिए आवेदन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.
गौरतलब है कि शिमला शहर विधानसभा क्षेत्र से बड़े-बड़े नेता प्रदेश भर के बड़े चेहरों ने आवेदन किया है. शिमला शहर के लिए कांग्रेस पार्टी के करीब 40 नेताओं ने चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश की है. इन बड़े नेताओं के बीच देवेंद्र कुमार उर्फ डीके भी पार्टी आलाकमान और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं. अब ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा की उंट किस करवट बैठता है…