रोजगार संघर्ष यात्रा के प्रथम चरण का शुभारम्भ 9 सितम्बर को किया जा रहा है. 9 सितम्बर को सुबह माता चामुंडा जी के आशीर्वाद के बाद यात्रा प्रारंभ की जाएगी.
सभी प्रेस साथी आमंत्रित हैं. हिमाचल सबसे अधिक बेरोजगारी दर वाले शीर्ष 3 राज्यों में शामिल है. राज्य की बेरोजगारी दर भी राष्ट्रीय औसत 8.1% से बहुत अधिक है. कोविड की पहली लहर के दौरान हिमाचल में बेरोजगारी दर 26% थी. हमारे राज्य में आधिकारिक तौर पर 8.82 लाख बेरोजगार युवा हैं, हालांकि यह संख्या बहुत अधिक होगी क्योंकि ग्रामीण आबादी ज्यादा पंजीकृत नहीं है.
इस सरकार का कार्यकाल समाप्त होने तक राज्य पर 85,000 करोड़ रुपये का कर्ज हो जाएगा. उच्च बेरोजगारी दर के साथ, ईंधन और रोजमर्रा की वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों के चलते आम आदमी का जीवन दयनीय हो गया है.
हजारों बेरोजगार युवा, महिलाएं कांगड़ा के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों की सड़कों पर मार्च करेंगी और भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगी, जो वास्तविक मुद्दों- बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि से चकमा दे रही है. यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव आरएस बाली करेंगे. यात्रा का आगाज 27 जुलाई को विकास पुरुष एवं पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली की जयंती पर किया गया था.
मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. इस कठिन समय में जब युवा अपने जीवन की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. ऐसे में मीडिया का भी दायित्व बनता है कि सच्चाई दिखाएं और युवाओं की आवाज बनें.