फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में दूरबीन विधि से आधुनिक तकनीक ईटीईपी द्वारा नाभी के हर्निया की सर्जरी की गई. आमतौर पर ऐसे हर्निया की दूरबीन विधि से सर्जरी में स्पेशल जाली और टैकर डिवाइस का इस्तेमाल होता है, जिनकी लागत 70 से 80 हजार तक होती है. इसके अलावा सर्जरी का खर्च अलग से होता है. लेकिन आधुनिक तकनीक (ईटीईपी) में साधारण जाली का ही इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पूरी सर्जरी का खर्च बहुत ही कम हो जाता है.
इस आधुनिक तकनीक में जाली आंतों के संपर्क में नहीं रहती, जिससे कि भविष्य में जाली का आंतों से चिपकने का खतरा भी नहीं रहता. जिसके चलते टैकर डिवाइस की जरूरत नहीं पड़ती. सर्जरी के बाद पेन भी न के बराबर होती है. इन फायदों के चलते इस आधुनिक तकनीक का प्रसार दुनिया भर में तेजी से हो रहा है. इसके वितरीत सर्जरी की जटिलता के चलते गिने-चुने सर्जन ही इस तकनीक में माहिर हैं.
कांगड़ा जिला में पहली बार फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. गौरव गुप्ता ने इस तकनीक से सफलतापूर्वक सर्जरी को अंजाम दिया है. उन्होंने 47 वर्षीय मरीज, जिसे कि एक वर्ष से नाभी के पास अत्यधिक दर्द एवं सूजन रहती थी. इससे निजात पाने के लिए उनके पास सर्जरी ही एक मात्र उपचार था.
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में आधुनिक तकनीक द्वारा जब सर्जरी की गई, तो सर्जरी के अगले ही दिन मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया और मरीज फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा की बेहतरीन सेवाओं और आधुनिक तकनीक की बदौलत कम समय में स्वास्थ्य लाभ पाकर अपनी दिनचर्या के कामों को करने में सक्षम हो गया.