उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिला के तहत आने वाले आदि कैलाश में हिमाचल के 12 श्रद्धालु फंस गए हैं. आदि कैलाश में भू-स्खलन के कारण रास्ता बंद हो गया हैं. राज्य आपदा प्रबंधन हिमाचल प्रदेश द्वारा पिथौरागढ़ जिला प्रशासन से हासिल की गई जानकारी के अनुसार वहां हिमाचल के कुल 16 श्रद्धालु फंसे हुए. इनमें से चार को निकाल लिया गया है, जबकि 12 अब भी फंसे हुए हैं. वहां उत्तराखंड के भी कई श्रद्धालु फंसे हैं. राज्य आपदा प्रबंधन को पिथौरागढ़ जिला प्रशासन की ओर से भेजी गई जानकारी के मुताबिक में फंसे हुए 12 श्रद्धालुओं में कुल्लू जिला के निरमंड से गोविंद, राजकुमारी, केर सिंह और जीव सिंह शामिल हैं. शिमला के रामपुर से देवीराम, मंडी के करसोग से पूनम कुमारी, मंता सिंह, उर्मिला, जूरी लाल और लता शामिल हैं. शिमला के झाकड़ी से कीर्ति स्वरूप, पूनम कुमारी और कुल्लू से देवीदत्त, बबीता और कला नेगी शामिल हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा उत्तराखंड जिला प्रशासन के साथ श्रद्धालुओं को अलग करने और उनकी सहायता के लिए एक आपदा प्रबंधन सैल का गठन भी किया गया हैं. श्रद्धालुओं को सुरक्षित वापस लाने के लिए रविवार को चार उड़ानें भरी गई थीं. सिविल हेलिकॉप्टर के माध्यम से 15 लोगों को सुरक्षित वापस निकाला गया था, इनमें से एक हिमाचली व्यक्ति भी शामिल था. इसमें निरमंड के रहने वाले गोविंद को बुधी से धारचुला के लिए सुरक्षित निकाला गया. इसके अलावा सोमवार को भी उड़ानें आयोजित की गईं. इस दौरान तीन हिमाचली लोगों को बुधी से धारचुला तक सुरक्षित निकाला गया. इनमें राजकुमारी, बबीता और कीर्ति स्वरूप हैं. इनके अलावा बाकी श्रद्धालु अब भी आदि कैलाश में फंसे हुए हैं, जबकि जिला प्रशासन पिथौरगढ़ रास्ता खुलवाने में लगा हुआ हैं.