जिला सोलन में डेंगू के मामले के साथ अब स्क्रब टाइफस के मामले भी सामने आने लगे हैं. जिला के औद्योगिक क्षेत्र परवाणु में अभी तक स्क्रब टाइफस के 21 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार लोगों को इससे बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन ने बताया कि स्क्रब टाइफस एक बैक्टीरियल इलनेस है, जो एक कीड़े (पिस्सू) के काटने से होता है और घास में पाया जाता है.
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादातर इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. सोलन जिले के औद्योगिक क्षेत्र परवाणु में अभी तक 21 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि स्क्रब टाइफस से अब तक किसी की भी मौत नहीं हुई है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि कीड़े (पिस्सू) के काटने से व्यक्ति के शरीर पर लाल निशान बन जाता है और शरीर पर रैशेज भी होने लगती है.पिस्सू के काटने से 30 से 35 प्रतीक्षित लोगों में मल्टी ऑर्गन फेलियर देखने को मिलता है. उन्होंने कहा कि फिलहाल जिले में स्वास्थ्य विभाग लोगों इसके प्रति जागरूक कर रहा है. वहीं लोगों से भी अपील की जा रही है कि यदि उन्हें इस तरह से पिस्सू काट लेता है तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर से इसकी सलाह लें.