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नकली नोट छापने वालों का ‘गुरु’ निकला इंटरनेट

समाचार फर्स्ट |

मंडी में नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने नकली नोट छापने का आइडिया इंटरनेट से सीखा था। तीनों आरोपी रातों-रात अमीर बनने का ख्वाब लिए नकली नोट छाप रहे थे।

नकली नोट छापने वाले तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस रिमांड खत्म होने से पहले तीनों आरोपियों को न्यायलय में पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

पुलिस की गिरफ्त में तीनों आरोपियों ने बताया कि नोट छापने का तरीका उन्होंने इंटरनेट से सीखा था और बीते 14 फरवरी को ही नया प्रिंटर/स्कैनर खरीद सैंपल के तौर पर अभी तक 91 नोट ही छापे थे।

तीनों आरोपी ने अपने नकली नोट की पहली खेप 18 फरवरी को बैंक में जमा करवाने के लिए भेजी थी लेकिन जब बैंक में नोट जमा नहीं हुए तो 22 फरवरी को इस बारे में पुलिस में मामला दर्ज हो गया और इस पूरे गोरखधंधे का खुलासा हुआ। पुलिस ने अभी तक आरोपियों के ठिकाने से 500 के 55, 200 के 5 और 100 रुपये के दो नकली नोट बरामद किए हैं, जबकि बाकी नोटों को आरोपी नष्ट कर देने की बात कह रहे हैं।

बता दें कि इस मामले में पुलिस ने रंधाड़ा गांव निवासी निधि सिंह, कुल्लू निवासी भाग सिंह और मंडी शहर के पैलेस कॉलोनी निवासी गुरदेव सिंह को गिरफ्तार किया है। इन तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 489बी, 201 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि तीनों आरोपियों को न्यायलय ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और मामले की जांच पड़ताल जारी है।