कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं रोजगार संघर्ष यात्रा के संयोजक आरएस बाली विधानसभा क्षेत्र नगरोटा बगवां की ग्राम पंचायत मलां पहुंचे. इस दौरान आरएस बाली ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. इस दौरान मलां पंचायत के जगदीश चंद, अनिल जम्वाल , प्रवीन कुमार, विनोद कुमार, काका और अन्य लोगों ने आरएस बाली की उपस्थिति में भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की.
वहीं, आरएस बाली ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति कोई बड़ी चीज नहीं है बल्कि राजनिति से उपर उठकर है जनसेवा करना है. राजनीति का मूल उद्देश्य जनता के सामाजिक-आर्थिक कल्याण को अधिकतम करना है. यदि राजनीति पूरी तरह से सही और सकारात्मक दिशा में प्रयोग की जाए तो विकास के नए शिखर छुए जा सकते हैं, मानवता की सेवा की जा सकती है और देश को निरंतर आगे बढ़ाया जा सकता है. राजनीति समाज को जागरूक और संवेदनशील बनाकर उसे अपने अधिकारों के प्रति अवगत कराकर सशक्त बनाने की दिशा में प्रेरित कर सकती है. ये राजनीति की जिम्मेदारी होती है कि वह उपेक्षितों और शोषितों की पक्षधर हो.
आरएस बाली ने कहा कि धरातल पर बदलाव लाने के लिए राजनीति सबसे सशक्त माध्यम है. राजनीति के द्वारा हम समाज के दबे-कुचले लोगों और उपेक्षित समुदायों को ऊपर उठाते हुए सामाजिक-आर्थिक विषमताओं को दूर करने का भरसक प्रयास कर सकते है. एक व्यापक बदलाव लाने का जो कार्य, बड़े से बड़े वेतन वाली प्रतिष्ठित नौकरी करके भी नहीं किया जा सकता है, उसे राजनीति के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है. राजनीति हमें सामाजिक न्याय के ऐसे बदलाव का सजग प्रहरी बना सकती है जो समस्त मानव जाति के कल्याण के लिए अत्यन्त आवश्यक है.
वहीं, आरएस बाली ने पूर्व मंत्री जीएस बाली को याद करते हुए कहा कि उनका सपना था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बन कर जनता की समस्याओं को दूर करेंगे और प्रदेश को विकास के परचम पर पहुंचाएंगे, लेकिन उनके जाने के बाद उनका ये मुख्यमंत्री के रूप में हिमाचल की सेवा करने का सपना अधूरा ही रहा गया.
आरएस बाली ने कहा कि जब तक वह जीवित हैं उन्हें इस बात का मलाल रहेगा की उनके पिता का ये सपना पूरा नहीं हो पाया. आरएस बाली ने कहा कि पूर्व मंत्री जीएस बाली वीरभद्र सरकार में बहुत ही चुस्त मंत्री रहे. वह हंसमुख थे, मगर अपना विभागीय काम लड़कर भी करवाने में कभी पीछे नहीं रहते थे.