मंडी शहर के रामनगर मंगवाई वार्ड के पुलघराट निवासी मीना कुमार जिसके पति पुलिस में कार्यरत थे तथा वर्ष 2019 में जिनका निधन हो गया था ने महिला आयोग को लिखे एक पत्र में अपने पड़ोसी की हरकतों से निजात दिलाने की गुहार लगाई है. मीना देवी ने महिला आयोग को भेजे शिकायतपत्र में कहा है कि उसके पति गुरचरण सिंह पुलिस में थे जिनका निधन हो चुका है. उसका एक बेटा है जो दसवीं कक्षा में पढ़ता है. वह अपने पिता काली दास राणा व माता के साथ पुलघराट मंडी में रहती है. उसका वहां पर मकान व जगह है.
पिछले साल उसकी जमीन पर जबरन रामनगर के ही रहने वाले व्यक्ति व उसके दो बेटों ने जबरन कब्जा कर दिया जिसका मामला मंडी जिला अदालत व प्रदेश उच्च न्यायालय में चला है. अब चूंकि मैं एक अबला नारी हूं, पिता कैंसर से पीड़ित हैं, मां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लगी है, तो इन लोगों ने उसके मकान व जमीन को हड़पने की इस कोशिश शुरू कर रखी है. वे उसकी जगह पर अपने टायर रख देते हैं, गाड़ियां खड़ी कर देते है, रोजाना पत्थर मारते हैं, गालियां देते हैं, घर के अंदर गंदा पेंट, केमिकल, पानी फेंक देते हैं.सारा घर इन लोगों ने बर्बाद कर दिया है. दीवारें, खिड़कियां सब गंदी हो चुकी हैं.
ऐसा माहौल पैदा कर दिया है कि ताकि हम यहां से भाग जाएं या मौत को गले लगा लें.इस बारे में मंडी शहरी व थाना में कई बार शिकायत दी गई.ये हरकतें करने वाले लोग प्रभावशाली पैसे वाले हैं, कहते हैं हमारे पास पावर है,पैसा है, मां का तबादला करवा देने की धमकियां देते हैं, रोज लड़ाई झगड़ा करते व उकसाते हैं.बेटे का गुंडों से उठवाकर व मार देने की धमकियां देते हैं, पिता जो 80 साल के हैं उन्हें कहते हैं कि यह बूढ़ा तो मरने ही वाला है, मां को कहीं दूसरी जगह भेज देंगे और फिर यहां कैसे रहोगे.
मीना देवी ने बताया कि पुलिस से कई बार शिकायत की जा चुकी है, एसडीएम सदर को भी पुलिस के माध्यम से कलंदरा भेजा गया है मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई.जीना हराम हो गया है, रात को सोना मुश्किल हो गया है, बच्चे की पढ़ाई नहीं हो रही है. ऐसे में इस मामले में हस्तक्षेप करके एक विधवा अबला नारी की मदद की जाए तथा ऐसे लोगों के रोजाना के उत्पीड़न जो मुझे अपने ही घर में अपनी ही जमीन पर सहना पड़ रहा है से निजात दिलाए जाए.
मीना ने इस बारे में सारे फोटो विडियो व अन्य दस्तावेज भी महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ डेजी ठाकुर को भेज दिए हैं.उसने बताया कि उसने उससे फोन पर बात करके भी सारी व्यथा बता दी है तथा लिखित में भी भेज दी हैं।