पूरे देश में रक्षाबंधन के दिन हर बहन अपने भाई का इंतजार करती है। सगा भाई ना होने के कारण वह चचेरे या फिर किसी अन्य को अपना भाई बनाकर इस त्यौहार को मनाती है। लेकिन, मनाली की कल्पना अपना सगा भाई ना होने के कारण एक अलग तरीके से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाती हैं।
जी हां, मनाली की कल्पना पिछले दस साल से एक वृक्ष को राखी बांध कर रक्षाबंधन मनाती हैं। कल्पना मात्र तेरह साल की हैं और वह वृक्ष को अपना भाई बनाकर पूरे रसमों-रिवाज के साथ यह त्यौहार मनाती है। असल जिंदगी में किसी लड़की की ऐसी अनौखी सोच कहीं ना कहीं पर्यावरण को भी जिंदा रखने का संदेश देती है।
यहीं नहीं, कल्पना की इस अनौखी सोच को अब निशी ने भी अपना लिया है और वह भी पिछले तीन साल से पेड़ को राखी बांध रही हैं। इन दोनों का पर्यावरण के प्रति प्रेम और अपने भाई के प्रति लगाव इस अनौखे तरीके से साफ झलकता है, जो कि बिना किसी मांग के सिर्फ राखी बांधने के इच्छुक हैं।