हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम को एनएसयूआई के द्वारा युवाओं के साथ धोखा करार दिया है. एनएसयूआई प्रदेश महासचिव टोनी ठाकुर ने हमीरपुर ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि इस बार पेपर बाहर की कंपनी को ठेके पर देकर चेक करवाए गए हैं.
जिस कारण उन्होंने बिना किसी जिम्मेदारी के जल्दबाजी में पेपर चेक किए हैं. ऊपर से रिजल्ट इतने लेट निकाला है कि छात्रों के दो-दो वर्ष बर्बाद हो रहे हैं . बहुत सारे छात्रों को इंटरनल असेसमेंट में ही फेल कर दिया गया है.
प्रदेश विश्वविद्यालय का रिजल्ट मात्र पंद्रह सोलह प्रतिशत रहा है जो कि चिंतनीय विषय है. उन्होंने कहा कि जो छात्र अवधी परीक्षाओं में बेहतरीन अंक लेकर पास हुए थे. उनका रिजल्ट इतना खराब कैसे आ सकता है ?
उन्होंने कहा कि यह सब हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन की कारगुजारी के कारण हुआ है. युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है . आपकी शिक्षा को पैसे कमाने का धंधा एचपीयू प्रशासन ने बना लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन दोबारा से उनके पेपरों की जांच नहीं करवाता है. तो एनएसयूआई पूरे प्रदेश भर में उग्र आंदोलन करेगी.