करियर प्वाइंट विश्वविद्यालय में 8वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर हिमाचल प्रदेश प्राइवेट एजुकेशनल रेगुलेटरी कमीशन से चेयरमैन मेजर जनरल अतुल कौशिक उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से हुई तथा उसके बाद दीप प्रज्वलित करके 8वें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया गया. इस समारोह की अध्यक्षता वि.वि. के प्रो चांसलर प्रो. डा. पी. एल.गौतम ने की. इस कार्यक्रम में उपस्थित छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रति कुलाधिपति प्रो. पी.एल.गौतम ने कहा कि युवा राष्ट्र के उत्थान में ज्ञान का उपयोग करें.
देश को फिर से विश्व गुरू बनाने में युवाओं की अहम जिम्मेदारी है. कुलपति डा. संजीव शर्मा ने आए हुए मुख्य अतिथि मेजर जनरल अतुल कौशिक, व अन्य गणमान्यों को पहाड़ी टोपी व शाल पहनाकर सम्मानित किया तथा वार्षिक रिर्पोट को अतिथियों के सामने रखा. अपने संबोधन में वि.वि. के कुलपति डा. संजीव शर्मा ने दीक्षांत समारोह को छात्रों के लिए गौरवशाली दिन बताते हुए कहा कि इससे उन्हें जीवन भर प्रेरणा मिलती रहेगी.
उन्होंने वि.वि. की शिक्षा की गुणवत्ता व विद्यार्थियों का इस वि.वि. के प्रति रूझान की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा की करियर प्वाइंट विश्वविद्यालय की वजह से हमीरपुर व पूरे प्रदेश के किसान परिवारों से बच्चे प्रदेश के भीतर ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं.
इसके बाद मुख्य अतिथि मेजर जनरल अतुल कौशिक, ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय व डिग्री धारकाें को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह दिन विद्यार्थी के जीवन में सबसे यादगार पलों में से एक है. पूरी दुनिया में छात्र इस दिन का इंतजार करते हैं.
यह दिन विश्वविद्यालय के साथ साथ विद्यार्थियों के लिए भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि छात्रों को बदलते हुए प्रर्यावरण व प्रर्यावरण के संरक्षण के लिए आगे आके महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए तथा साथ ही छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह दी.
कोई भी स्टार्टअप अगर शुरू करते हैं और शुरूआती दौर में वह अगर असफल भी होते हैं. तो उन्हें दोवारा से सफलता पाने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्राईवेट विश्वविद्यालयों में करियर प्वाइंट वि.वि. एक मात्र संस्थान है जिसका एक छात्र जज बन चुका है.
प्रो. शशि कांत शर्मा ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए. क्योंकि स्वास्थ्य ही सफलता की कुंजी है। इस दींक्षात समारोह में 588 विद्यार्थियों को डिग्रीयां प्रदान की गई.
जिसमें यूजी के 281 विद्यार्थी, पीजी के 243 विद्यार्थी, डिप्लोमा 58, एम.फिल के 1 विद्यार्थी तथा पीएचडी 5 के विद्यार्थियों ने डिग्रीयां प्राप्त की. 247 लड़कियों व 341 लड़को ने डिग्रीयां प्राप्त की. इसके अतिरिक्त 32 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया. जिसमें 22 लड़कियां व 10 लड़के थे.
बच्चों की इस उपलब्धि से उनके अभिवावको का सिर गर्व से ऊंचा हो गया. कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के सचिव डा. संजय ठाकुर ने विद्यार्थियों का मनोबल अपने शब्दों से बढ़ाया व दीक्षांत समारोह में आए हुए गणमान्यों अतिथियों, विद्यार्थियों व अभिभावकों का धन्यवाद किया.