देहरा में बनने वाली सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर लंबे समय से विवाद और राजनीति चल रही है और एक तरफ जहां बीजेपी इसे पूरी तरह देहरा में स्थापित करने की बात करती रही है। देहरा के स्थानीय निवासी केवल सिंह ने हाईकोर्ट में एक याचिका में दायर की है, जिसमें उन्होंने इस यूनिवर्सिटी का जल्दी से जल्दी शिलान्यास करने की मांग देर के लिए की है। वहीं, हाईकोर्ट ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर संबधित विभागों से स्पष्टीकरण मांगा है।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी संघर्ष मोर्चा के प्रवक्ता पवन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका एक हिस्सा धर्मशाला में बनाने की पैरवी करती रही है। इसके लिए बकायदा एक निर्णय भी हो चुका है कि 70 फ़ीसदी हिस्सा इसका देहरा में बनेगा और 30 फ़ीसदी धर्मशाला में लेकिन, इसके बाद भी अभी तक यूनिवर्सिटी का देहरा में शिलान्यास तक नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में जहां यूनिवर्सिटी बनाने की बात की जा रही है वहां पर एक तो भूकंप आने की अधिक संभावना है और दूसरा पेड़ों का अधिकतम कटान वहां पर होगा जिसकी अनुमति मिलना भी आसान नहीं है।
राज्यसभा सांसद विक्रम ठाकुर का कहना है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए बीजेपी ने लंबी राजनीति की है और कांग्रेस के ऊपर किसी भी तरह की उंगली उठाना बीजेपी को शोभा इसलिए नहीं देता है क्योंकि, आज प्रदेश में और केंद्र में दोनों जगह बीजेपी की सरकार हैं और यह चाहे तो कभी भी यूनिवर्सिटी का शिलान्यास देहरा में कर सकते हैं।