झारखंड के साहिबगंज जिला के बोरियो में आदिम जनजाति की महिला रुबिका पहाड़िया की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े किये जाने के मामले ने देश भर के लोगों को झकझोंर कर रख दिया है. अब तक हुई जांच में पता चला है कि रुबिका की पहले गला दबाकर हत्या की गई और बाद में उसके शव को टुकड़ों में काटा गया है.
दिलदार के मामा और उसके दोस्त ने दिया हत्या को अंजाम…
बताया जा रहा है कि रुबिका की गला दबाकर हत्या उसके पति दिलदार अंसारी के मामा मोइनुद्दीन अंसारी ने की है. इसके बाद शव को मामा के दोस्त मैनुल अंसारी के घर ले जाया गया क्योंकि मोइनुद्दीन के घर पर उतनी जगह नहीं थी कि एक लाश को बोटियों में काटा जा सके.
मैनुल के घर पर पहले प्लास्टिक बिछाकर शव को रखा गया, फिर उसके टुकड़े किए गए. लोहे के जिन धारदार हथियारों से शव को काटा गया था उन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है. इसके अलावा, इस दौरान एक इलेक्ट्रिक कटर के इस्तेमाल की भी बात सामने आई थी, जो अभी तक पुलिस के हाथ लगी है.
रुबिका की बेदर्दी से हुई हत्या से उसके गांव के लोगों में आक्रोश है. सभी आरोपितों की फांसी की मांग कर रहे हैं. इस बीच, दिलदार अंसारी, उसकी मां मरियम निशा व उसके मामा मोइनुद्दीन के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है. पुलिस ने इस मामले में अब तक नौ लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि दिलदार का मामा मोइनुद्दीन और मैनुल अब भी फरार है. पुलिस की टीम इनकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रहे हैं.