एम्स का मामला गरमाने लगा है। इसकी आहट विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में देखने को मिली। विपक्ष ने सरकार से पूछा कि एम्स पर कब काम शुरू किया जा रहा है।
बिलासपुर में बनने वाले एम्स का मामला आज सदन में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने उठाया और स्वास्थ्य मंत्री से पूछा एम्स की वास्तविक स्थिति क्या है। शिलान्यास होने के बाद कितना पैसा एम्स के लिए मंजूर हुआ और टेंडर कब तक होगा? जबाब में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कोटीपुरा में खुलने वाले एम्स पर बताया कि 3 अक्टूबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एम्स के शिलान्यास किया था। उसके बाद एम्स को बनाने के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जल्द ही एम्स का कार्य शुरू हो जाएगा।
अनुपूरक सवाल में श्री नैना देवी के विधायक राम लाल ठाकुर ने पूछा की शिलान्यास के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि एम्स की औपचारिकता के एक साल का वक़्त लगेगा। अब सरकार एम्स को बजट में डाल रही है। एम्स के नाम वाहवाही लूटी जा रही है। इस पर जबाब में मुख्यमंन्त्री जय राम ठाकुर ने कहा कि 1351 करोड़ सैद्धान्तिक रूप से एम्स के लिए मंजूर हो गया हैं। प्रदेश सरकार एम्स को लेकर काफी गंभीर है जो कि सीघ्र बनेगा। एम्स के लिए भूमि भी स्थानांतरित दी गई है। मुख्यमंन्त्री के जबाब के बाद विपक्ष सप्पलीमेंटरी सवाल करना चाहता था लेकिन अध्यक्ष ने इज़ाज़त नही दी। जिस पर विपक्ष ने विरोध भी जताया लेकिन थोड़ी देर में ही मामला शांत हो गया।