शिमला: आखिरकार 68 दिनों के गतिरोध के बाद हिमाचल प्रदेश में अदानी समूह व ट्रांसपोर्टरों के बीच चल रहा सीमेंट विवाद खत्म हो गया है। सरकार की मध्यस्थता के बाद और कई दौर की बैठकों के बाद आज सीमेंट विवाद पर विराम लग गया। अडानी समूह और दाडलाघाट व बरमाणा प्लांट के साथ मुख्यमंत्री की बैठक के बाद विवाद सुलझ गया।
सीमेंट विवाद सुलझने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री बनने के 5 दिन बाद ही दाडलाघाट व बरमाणा दोनों सीमेंट कंपनियां बंद कर दी गई थी। उसके बाद सरकार ने दोनों पक्षों को सुना, क्योंकि हिमाचल प्रदेश के ट्रांसपोर्टरों अन्य लोगों का रोजी रोटी इन प्लांट के साथ जुड़ी है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अडानी समूह और ट्रांसपोर्टरों के बीच के मसले को सुलझा लिया है और कल से अब यह प्लांट शुरू हो जाएंगे। उन्होंने ने बताया कि छ टायर वाले ट्रक का रेट 10 रुपये 30 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति क्विंटल, जबकि 12 टायर वाले ट्रक के लिए 9 रुपये 30 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति क्विंटल दाम तय किए गए हैं। बाकी जो भी मसले हैं वह संबंधित डीसी सुलझाएंगे।
दाडलाघाट ट्रांसपोर्टर यूनियन के अध्यक्ष रामकृष्ण शर्मा का कहना है कि सरकार की मध्यस्थता के बाद मसला सुलझा है। लेकिन उनकी सारी मांगे अभी नहीं मानी गई हैं। क्योंकि ट्रांसपोर्टरों के बहुत सारे मसले अभी भी कंपनी के साथ लंबित पड़े हैं। ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि कंपनी हिमाचल व ट्रांसपोर्टर के हितों का ध्यान रख काम करेगी। उन्होंने बताया की कंपनी ने ये भी माना है कि इसमें ट्रक के फेरे भी ज्यादा मिलेंगे। विवाद से पहले ये दाम 10 रुपये 58 पैसे मिलते थे।