चार दिन तक चली बजट पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बजट पर विपक्ष को खुल कर जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने बजट में सभी वर्गों की सुविधाओं को गिनाते हुए विपक्ष को खरी-खोटी सुनाई और विपक्ष से कई सवाल किए। वहीं, विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर बजट को उलझाने के आरोप लगाए और सदन से वॉकआउट कर दिया।
दरअसल, मुख्यमंत्री ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें स्कूल में हिसाब से डर लगता था, लेकिन फिर भी सरकार ने जो बजट पेश किया है वे सभी वर्गों के लिए अच्छा है। विपक्ष ने कुछ सवाल जरूर उठाए हैं, जिनपर आवश्य विचार किया जाएगा। रही बात पुराने बजट को दोहराने की तो विपक्ष ने शायद बजट पढ़ा नहीं, और यदि पढ़ा है तो समझा नहीं। नज़र का इलाज तो संभव है, लेकिन नज़रिये का नहीं। इसलिए विपक्ष को अपना नजरिया बदलना चाहिए।
विपक्ष बेरोजगारों को लेकर मुद्दा बना रहे हैं, लेकिन क्या उनके समय में 80 करोड़ की योजना थी..? पहली बार पर्यटन के लिए 50 करोड़ का प्रावधान किया, नई राहे नई मंज़िले के माध्यम से नए पर्यटक क्षेत्र विकसित किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एक-एक करके पूरे बजट को दोहराया और विपक्ष से सवाल किये।
लिहाजा, विपक्ष ने बीच में टोकते हुए सवालों के जवाब मांगना चाहे लेकिन मुख्यमंत्री ने अपना बजट दोहराना कंटिन्यू रखा। इसके बाद जब मुख्यमंत्री ने बोलना बंद किया तो विपक्ष ने ऐतराज़ जताया। सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विपक्ष के सवालों के जवाब देने के बजाए उलझा रहे हैं। इसी बीच सारा विपक्ष खड़ा हो गया और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगा। मुख्यमंत्री ने बजट भाषण पर जवाब देने की कोशिश करते रहे, लेकिन दोनों ही तरफ से नोंकझोंक शुरू हो गई और विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।