मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने एक बार फिर पूर्व सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार ने पांच सालों तक जिला कांगड़ा के साथ भेदभाव किया और पूर्व मुख्यमंत्री ने निचले क्षेत्रों के लिए बजट का सही आवंटन नहीं किया। मनकोटिया ने कहा कि विकास के नाम पर निचले क्षत्रों के साथ भेदभाव हुआ है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के भेदभाव के कारण यहां के लोगों का विकास नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों की पर केपिटल इनकम पिछले साल एक लाख 58 हज़ार 406 रुपये थी। उन्होंने वित्त विभाग से पूछा कि हर जिला में प्रति व्यक्ति आय क्या है और इसका जबाव जनता जानना चाहती है।
प्रदेश का सबसे बड़ा जिला होने के बावजूद कांगड़ा में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय है। इसका मतलब यह है पूर्व की सरकार ने जिला के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और यहां के लिए बजट का सही आवंटन नहीं किया। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि मौजूदा समय में निचले क्षेत्रों की प्रति व्यक्ति आय का आंकड़ा सार्वजानिक करें। मनकोटिया ने कहा कोंग्रेस विधायकों से भी निवेदन किया कि वह निचले क्षेत्र के जिले है वहां के लोगों की प्रति व्यक्ति आय को लेकर सरकार से सवाल करें।
उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि हिमाचल के निचले क्षेत्रों का जो पानी बाहरी राज्यों में जा रहा है जिसकी बजह से यहां खेती ख़त्म हुई है। उन्होंने सरकार को याद दिलाया कि अगर इन क्षेत्रों की खेतीबाडी को सुधारने के लिए अगर कुछ नहीं किया गया तो यहां का युवा आंदोलन पर उतारू हो जायेगा। मनकोटिया ने कहा कि जयराम ठाकुर ने जो बजट पेश किया है उसमें निचले क्षेत्रों में खेती की व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है।
मनकोटिया ने कहा प्रदेश सरकार में जो नौकरियां निकलती है तो उसमें भी निचले क्षेत्रों के लोगों को रोजगार नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा का विकास 70 साल में नहीं हो पाया। मनकोटिया ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस प्रथा को तोड़ेंगे और जिला कांगड़ा का विकास करवाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की जिला के युवाओं के लिए सेना भर्ती के कोटे को बढ़ने के लिए केंद्र सरकार से उठायें