केलांग: जिला लाहौल-स्पिति के रानिका पंचायत में जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा ,मिशन वात्सल्य, किशोर न्याय अधिनियम 2021,बालकों के अधिकार,व लैंगिक अपराधों से बालकों के संरक्षण व बच्चों के अधिकार पर जागरुकता कार्यशाला’ का आयोजन किया गया।
इस शिविर की अध्यक्षता करते हुए पंचायत प्रधान मनदासी ने कहा कि विभाग के अधिकारियों ने बाल अधिकारों व किशोरावस्था में नशे व अन्य कुरीतियों से कैसे बचाये जाए इस संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी लेकिन समाज का हर वर्ग अपनी जिम्मेदारी अच्छे से समझे तो बाल अपराध व किशोरावस्था में उन्हें नशे जैसे कुरीतियों व साइबर क्राइम से बचा जा सकता है और एक स्वस्थ्य समाज का निर्माण किया जा सकता।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा हीरा नन्द ने कहा कि वर्तमान में भले ही जिला लाहौल स्पीति में स्ट्रीट चिल्ड्रन एवं चाइल्ड लेवर् की कोई समस्या नहीं है परन्तु हमें भविष्य में भी इन समस्याओं के लिए तैयार रहना चाहिए। कार्यशाला में पोक्सो एक्ट, बाल अधिकार, बाल श्रम, बाल विवाह व महिलाओं के उत्पीड़न व घरेलू हिंसा ,व दहेज प्रथा व साइबर क्राइम पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
जिला बाल सरंक्षण अधिकारी डॉ हीरानन्द ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बाल अधिकार , चाइल्ड लेबर ,बाल विवाह व घरेलू हिंसा सहित सभी विषयों पर जानकारी देना है ।उन्होंने कहा कि घटना के घटने से पहले लोगों को सचेत करना है और सयुक्त रूप से जिला को बाल मजदूरी से मुक्त कराना है उन्होंने कहा कि इसी तरह की कार्यशाला लाहौल के अन्य पंचायतों में कराया जाएगा ताकि लोग जागरूक हो सके।
इस अवसर पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कुन्दन शर्मा ने बाल कल्याण समिति के कार्यप्रणाली, बच्चों के अधिकार व संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को बाल संस्थानों में भेजने संबंधित प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर स्वस्थ्य विभाग से डॉ परिहार ने किशोर स्वस्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोरों के पोषण व मानसिक स्वस्थ्य व नशे के दुष्प्रभाव के बारे जानकारी दी। सहायक उप निरीक्षक पुलिस विभाग से कृष्ण ने बाल अधिकार, बाल श्रम, बाल विवाह के संबंधित कानूनी पहलुओं के बारे जानकारी दी।
बाल संरक्षण अधिकारी जोगिंदर ने दत्तक ग्रहण प्रकिया, नशे के दुष्प्रभावों व ऑनलाइन थ्रेट व गुड टच व बेड टच के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर सेवा निवृत्त डॉ प्रीतम ने स्वस्थ्य सम्बन्धी जानकारी देते हुए कहा की किसी भी बीमारी के प्राथमिक लक्षणों के दौरान चिकित्सीय सलाह लेने की अपील की। इस अवसर पर उपप्रधान अर्जुन, महिला मंडल प्रधान सुनीता सहित महिला मंडल के सदस्यों सहित ग्रामीण भी उपस्थित रहे।