धर्मशाला: भारतीय खाद्य निगम, हिमाचल प्रदेश क्षेत्र महाप्रबंधक पंकज चौधरी ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा खाद्यान्नों- गेहूं व चावल के मूल्यों में स्थिरता लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
खुली बाजार बिक्री योजना (घरेलू) यानी ओएमएसएस (डी) के तहत निगम द्वारा लगातार बाजार में गेहूं व चावल की आपूर्ति की जा रही है ताकि इनकी मूल्य वृद्धि को रोका जा सके। इस योजना हेतु निगम के पास पूरे देश में पर्याप्तू मात्रा में करीब 87 लाख मीट्रिक टन गेहूं का अतिरिक्त स्टॉ्क उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि निगम द्वारा पहले चरण में 50 लाख मीट्रिक टन एवं दूसरे चरण में 37 लाख मीट्रिक टन अनाज खुले बाजार में उपलब्ध करवाया गया। इसकी बिक्री नीलामी एम-जंक्शअन के माध्यम से की जा रही है।
इस नीलामी में स्थानीय आटा चक्की मिल मालिक यानी फ्लोर मिलर, गेहूं उत्पाद निर्माता खाद्य प्रसंस्करणकर्ता आदि भाग ले सकते हैं। बाजार में गेहूं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए निगम द्वारा गेहूं बिक्री केंद्रो डिपो की प्रारंभिक संख्या सात से बढ़ाकर 11 कर दिया गया है।
इस योजना के तहत चावल की भी बिक्री की जा रही है। जिसमें स्थानीय व्यवसायी, सूचीबद्ध थोक व्याापारी, चावल उत्पाद निर्माता आदि को नीलामी के माध्यम से बिक्री की जा रही है। भारतीय खाद्य निगम के पास पर्याप्त मात्रा में अनाज का स्टॉक उक्त खुली बाजार बिक्री योजना (घरेलू) यानी ओएमएसएस (डी) हेतु उपलब्ध है।