बारिश प्रभावितों को तिरपाल दिए जाने के मामले को लेकर नाचन के भाजपा विधायक विनोद कुमार द्वारा गुरूवार को बल्ह में तहसील कार्यालय और उसके बाद स्थानीय एसडीएम केसाथविवाद करने व विधायक के रवैये से कथित तौर पर दुखी होकर एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी के रो पड़ने का विडियो वायरल हो जाने का मामला काफी तूल पकड़ गया है.
इसी बीच एक तरफ पूरा जिला मंडी भयंकर आपदा से जूझ रहा है तो दूसरी तरफ राजनीति भी तेज हो गई है भाजपा ने जहां विपक्षी दल के विधायकों वाले क्षेत्रों में राहत को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है, वहीं कांग्रेस ने इसे भाजपा विधायक की दादागिरी करार देते हुए राहत कार्याें में सहयोग करने की बजाय अड़ंगा डालने की बात कही है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस के नेता व एपीएमसी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया ने शुक्रवार को गांधी भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के विधायकों पर आरोप लगाया कि आपदा की इस घड़ी में अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं
मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए संजीव गुलेरिया ने कहा कि नाचन से भाजपा के विधायक ने एसडीएम बल्ह के कार्यालय में जाकर जो अमर्यादित व्यवहार किया वह निंदनीय हैउन्होंने कहा कि आपदा के समय पक्ष और विपक्ष का राग अलापने के बजाय भाजपा के विधायकों को सरकार व प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
विपदा की इस घड़ी में लोगों के बीचजाने के बजाय नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार एसडीएम बल्ह के कार्यालय में जाकर महिला अधिकारी और कर्मचारियों से गाली गलौच कर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया.
उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी ने भाजपा विधायक के इस व्यवहार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की बात कही है उन्हें हर हालत में एफआईआर दर्ज करवानी चाहिएउन्होंने चेतावनी दी है कि विधायक अपना व्यवहार सुधारें अन्यथा लोग विदा करने में भी देर नहीं लगाते हैं
संजीव गुलेरिया ने कहा कि भाजपा के विधायक आपदा में रातनीति न करेंअगर सरकार के साथ नहीं चलना है तो प्रशासन का सहयोग करेंउन्होंने कहा कि विधायक विनोद कुमार को ढाई लाख रूनए के करीब तन वाह मिलती है वे अपनी ओर से भी योगदान दे सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक खलड़ी में रहें नहीं तो कांग्रेस भी निपटना जानती हैवहीं पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर लगातार प्रेस वार्ताएं कर सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।जबकि उन्हें लोगों के बीच जाकर सहयोग करना चाहिए।