हिमाचल के रहने वाले भारतीय सेना के जवान अरविंद कुमार के घर वाले उनके लिए दुल्हन देख रहे थे। शादी की बात चल रही थी। लेकिन, रविवार को शोपियां में हुए आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वो शहीद हो गए।
रविवार को सोपियां में भारतीय जवानों ने आतंकियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया था, जिसमें एक साथ 13 आतंकियों को मार गिराया गया। इस दौरान भारतीय सेना के 3 जवान भी शहीद हो गए। शहादत पाने वालों में हिमाचल के लाल अरविंद कुमार भी शामिल हैं।
ज्वाली के सरियाणा गांव से ताल्लुक रखने वाले अरविंद के परिवार को जैसे ही उनके शहादत की ख़बर मिली, पूरे गांव में मातम पसर गया। गांव के लोग उनकी बहादुरी को याद करते हुए शहादत पर गर्व कर रहे हैं। गांव की सरपंच और शहीद की चाची ऊषा देवी को उनके शहीद होनें की सूचना मिली।
शहीद के परिजनों का कहना है कि उनके बेटे की कमी पूरी नहीं की जा सकती। लेकिन, उन्होंने देश के लिए बलिदान दिया यह परिवार के लिए गर्व की बात है। परिजनों ने बताया कि 4 बहनों की शादी के बाद घर में शहीद अरविंद की शादी की बात चल रही थी। शहीद अरविंद के एक और भाई हैं, वह भी फौज में देश की सेवा कर रहे हैं।