मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में भांग की कानूनी खेती शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए सबसे पहले हिमाचल प्रदेश के लोगों की राय ली जाएगी। इस सदन में भी इस बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।
इस संबंध में विधायकों की एक कमेटी बनाई गई है। इसे राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में बनाया गया है। यह कमेटी चार देशों का दौरा करेगी। उसके बाद अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। गुरुवार को सदन में सुलाह के भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार के सवाल पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री इस बारे में चिंतित हैं। पूरा सदन भी चिंतित है।
उत्तराखंड में भांग की खेती एनडीपीएस एक्ट के तहत की जाती है। भांग की खेती को करने पर पुरजोर समर्थन कमेटी ने किया है। ग्वालियर में स्थापित भांग से दवाएं बनाने की जगह का भी दौरा किया है। जम्मू और गुलमर्ग में की जा रही भांग की खेती के बारे में मालूम किया जा रहा है। इस बारे में नीदरलैंड और इजराइल जैसे देश बहुत आगे हैं।
इस बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है कि यह खेती किस तरह से की जा सकती है। क्या शुरू करना है, क्या नहीं करना है, सदन में ही बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बारे में प्रदेश की जनता की भी राय जानी जाएगी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भांग की खेती करेंगे तो यह कैसे सुनिश्चित करेंगे कि इसका दुरुपयोग न हो। यह उल्लेखनीय है कि बजट सत्र में भी यह मामला चर्चा के लिए आया था, उसके बाद सरकार ने एक कमेटी बनाई।