हिमाचल प्रदेश अब धीरे-धीरे आपदा के दौर से बाहर निकल रहा है लेकिन आपदा को लेकर प्रदेश में अभी भी सियासी आग ठंडी नहीं पड़ी है. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की ओर से एक बयान सामने आया.
जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र लगातार मदद कर रहा है मगर प्रदेश सरकार बताए कि अपने संसाधनों से प्रदेश में क्या किया. अब इसको लेकर प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पलटवार किया है और केंद्रीय मंत्री के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि अनुराग ठाकुर का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से अब तक एनडीआरएफ की अग्रिम राशि के अलावा एसडीआरएफ के अंतर्गत मिली मदद के अलावा कुछ नहीं मिला है.
इस दौरान रोहित ठाकुर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि भाजपा के बड़े नेताओं ने केवल बड़ी-बड़ी बातें की और मदद के नाम पर खोदा पहाड़ निकली चुहिया.
रोहित ठाकुर ने JP नड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शिमला में हर संभव मदद देने की बात कही, लेकिन कोई बड़ी आर्थिक मदद केंद्र की ओर से नहीं आई. उन्होंने कहा कि प्रदेश को 12,000 करोड़ का नुकसान हुआ है और सरकार ने अपने स्तर पर हर संभव प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में रेस्टोरेशन के काम के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जल्द ही रिलीफ पैकेज भी जारी करेंगे.
वहीं शिक्षा विभाग में 6000 लम्बित पड़ी भर्तियों को लेकर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि भर्तियों के अटकने की सबसे बड़ी वजह हमीरपुर चयन बोर्ड है। पूर्व सरकार के दौरान भर्तियों में धांधली हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द ही इन भर्तियों की प्रक्रिया शुरू कर देगी.