उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने लाहुल के गोंदला पंचायत के थोरंग, टीलिंग और फुकतल के ग्रामीणों को 5 करोड़ 27 लाख रुपये की सौगात देकर जनता का दिल जीत लिया। सिचाई के लिए पानी की कमी झेल रहे इन इलाकों के ग्रामीणों को सौगात देते हुए उप मुख्यमंत्री ने 5 करोड़ 27 लाख रुपये से बनने वाली दो सिंचाई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। जिसमे 2 करोड़ 29 लाख 74 हजार रुपये की लागत से बनने वाली रोपसंग नाला से टीलिंग-फुकतल वहाब सिंचाई और 2 करोड़ 97 लाख 92 हजार की लागत से बनने वाली थोरंग उठाऊ सिंचाई योजना की आधारशिला रखी।
इससे पहले थोरंग पहुंचने पर ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का जोरदार स्वागत किया। लोगों ने डेप्युटी सीएम के साथ स्थानीय विधायक का भी जनता ने स्वागत किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जनजातीय और दुर्गम इलाकों में विकास को लेकर गम्भीर है। इन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार हमेशा पिछड़ों, दलितों और जनजतीय लोगों के हितों को प्राथमिकता देती आई है। इन्होंने कहा कि लाहुल स्पीति में अटल टनल खुलने के बाद पर्यटन की अपार संभावनाएं है।
उन्होंने कहा कि 150 करोड़ रुपये खर्च करके अटल टनल रोहतांग के भीतर हो रहे पानी के रिसाव को रोका जाएगा। जबकि भाषा विभाग और बीआरओ मिलकर टनल के भीतर पहाड़ी, जनजातीय और बौद्ध शैली में चित्रकारी उकेरी जाएगी। गोंदला के थोरंग गांव में सिचाई परियोजनाओं के आधारशिला रखने के बाद उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह बात कही। कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अटल टनल का सपना देखा था। जबकि साल 2010 में यूपीए की सरकार ने बजट का प्रवधाम करके टनल की नींव रखा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उन्होंने बीआरओ से अपील की है कि टनल में आधारशिला पट्टिका का स्थापित की जाए
स्थानीय विधायक रवि ठाकुर ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री महोदय लाहौल एवं स्पीति के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इन्होंने दोनों योजनाओं की आधारशिला रखने के लिए उप मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष महेश्वर चौहान, ज़िला परिषद अध्यक्षा अनुराधा राणा, ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञालसन, उपायुक्त राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी, एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा, सहायक आयुक्त संकल्प गौतम, मुख्य अभियंता जल शक्ति विभाग उपेन्द्र वैद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।