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नितिका के परिजनों को नहीं मिल रहा इंसाफ, खटखटाया हिमाचल पुलिस का दरवाज़ा

समाचार फर्स्ट |

कांगड़ा की नितिका की चंडीगढ़ में हुई हत्या मामले में 1 महीने का वक़्त बीतने के बाद परिजनों को इंसाफ नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि चंडीगढ़ पुलिस भी मामले में जानबूझ के देरी कर रही है और नितिका के ससुराल वालों का भी कोई अता पता नहीं लग रहा। कई दफा उन्होंने ससुराल पक्ष के यहां फोन लगाया, लेकिन फोन या तो लग नहीं रहा या फिर कोई उठा नहीं रहा।

इंसाफ की मांग कर रहे नितिका के परिजनों ने शुक्रवार को कांगड़ा के कमेटी ग्राउंड में शहरवासियों से मीटिंग की और विचार किया कि इस केस को हिमाचल में लाया जाए। इसके चलते परिजनों ने एसपी कांगड़ा को ज्ञापन भी सौंपा और डीसी से मुलाक़ात कर यहां केस दर्ज करने की गुहार लगाई। परिजनों का ये भी कहना है कि नितिका ने एक फाइल में कुछ साक्ष्य और चीजें छिपाई थीं, जो अभी तक पुलिस के पकड़ से बाहर है। इसके अलावा उसकी एक बेटी भी है, जिसका अभी तक कोई अता-पता नहीं है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

परिजनों का कहना है कि एक महीने का वक़्त बीत जाने का बाद भी अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है। लिहाजा, डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि नितिका को पहले किसी भारी चीज़ से सिर पर मारा गया है, उसके बाद उसे नहर में फेंका गया है। लेकिन, असली खुलासा जांच रिपोर्ट में ही होगा। पुलिस की लेट-लतीफि उनके सब्र के बांध को तोड़ रही है, जिसके चलते इस केस को यहां लाया जाए।

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याद रहे कि 18 फरवरी को नितिका घर से निकली थी, जिसके बाद उसका शव 27 फरवरी को पटियाला नहर में बरामद हुआ था। घर से जाने के बाद नितिका ने अपने पति को बकायदा फोन भी किया था और उसकी काली करतूतों को अपनी गले का फांस करार दिया था। नितिका के पति को सबकुछ पता होने के बावजूद भी उस दरिंदे इस सारे मामले को छिपाया, लेकिन भगवान का रूप माने जाने वाला बच्चा कभी झूठ नहीं बोलता। नितिका की बेटी परी ने इस मामले का सारा चिट्ठा खोल कर रख़ दिया था कि उसके पिता अक्सर उसकी मां को मारते थे। आख़िरी दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जिसके बाद ये घटना सामने आई थी।

इस वीडियो के आधार पर चंडीगढ़ पुलिस ने नितिका के पति हेंमत को ग़िरफ्तार कर लिया और 3 दिन के रिमांड के बाद वे जेल में है। लेकिन परिजनों का कहना है चंडीगढ़ पुलिस इस मामले में ढील बरत रही है, जिसके चलते इस केस को हिमाचल में लाया जाए और हिमाचल पुलिस प्रदेश की बेटी को इंसाफ दिलाए।