मंगलवार को राजधानी शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित इलाकों का भी दौरा किया.
प्रतिभा सिंह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इस आपदा के समय में बेहतरीन काम किया और मुख्यमंत्री के काम से लोग भी संतुष्ट है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा केवल तरह-तरह से विकास के कार्यों में रुकावट पैदा करने के काम कर रही है. प्रतिभा सिंह ने कहा कि सरकार अपनी गारंटी को पूरा करने में लगी हुई है.
मगर इस दौरान आपदा ने प्रदेश को बुरी तरह से प्रभावित किया. वहीं प्रदेश सरकार को उम्मीद थी के केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में हिमाचल की मदद करेंगे, जबकि प्रधानमंत्री खुद हिमाचल को अपना दूसरा घर बताते हैं.
लेकिन लंबे समय बीतने के बाद भी केंद्र ने कोई मदद नहीं की. जिसके बाद सीएम सुक्खू ने 4 हज़ार 500 करोड़ का आर्थिक पैकेज अपने दम पर रिलीज किया जिसके चलते गारंटी को देने में थोड़ी देरी हो रही है लेकिन सरकार अपनी सभी वायदों को निभाएगी.
वहीं कंगना रनौत ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई तो मंडी से कंगना के चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाओं का बाज़ार भी गर्म हो गया. इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि अगर वह खुद को सक्षम मानती है तो चुनाव लड़ सकती है. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी आलाकमान तय करता है तो हम भी उनका स्वागत करेंगे.
उधर कांग्रेस ने सरकार में आने के बाद प्रदेश कार्यालय में मंत्रियों के बैठने की बात कही थी. मगर एक दिन के लिए मुख्यमंत्री के आने के बाद अभी तक कोई भी मंत्री कार्यालय में नहीं बैठ पाया. अब इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्होंने कई बार इसको लेकर सरकार से आग्रह किया है. हालांकि सभी मंत्री अपने-अपने कार्यों में ही व्यस्त हो गए.
लेकिन वह फिर उनसे आग्रह करेंगी ताकि दफ्तरी कामकाज से इतर संगठन के स्तर पर भी प्रदेश सरकार के मंत्री काम कर सके. इसके अलावा प्रदेश मंत्रिमंडल में खाली पड़े 3 मंत्रियों के पदों और विभिन्न विभागों में अध्यक्ष के पदों पर नियुक्तियों को लेकर प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्होंने कई मर्तबा सरकार से इसको लेकर आग्रह किया है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को इस विषय में सोचना की ज़रूरत है.