नूरपुर में हुए दिल दहला देने वाले हादसे से समूचा प्रदेश शोकग्रस्त है। बच्चों की मौत पर हर किसी का दिल पसीजा हुआ है, लेकिन इस तरह के हादसों के लिए कौन जिम्मेदार है और ये हादसे कैसे थमेंगे, अब यही सवाल सबके जहन में गूंज रहे हैं। वहीं, इस हादसे से द्रवित रवि कुमार शिमला के संजौली श्मशानघाट में उपवास पर बैठ गए हैं।
रवि कुमार का कहना है कि इस तरह के हादसे सरकार और निज़ी स्कूलों की लापरवाही का नतीज़ा है। सड़कों के किनारे बेरीगेट्स नहीं हैं। निज़ी स्कूलों की मनमानी चरम पर है और नौसिखिये चालक वाहन चला रहे हैं। सरकार सड़क हादसों पर नकेल कसने के लिए सख़्त कदम उठाए।