दुनिया में पूत कपूत हो सकता है लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती. इस कहावत को बेंगलुरु की रहने वाली 39 साल की महिला ने झूठा साबित कर दिया है। एक कंपनी की CEO ने एक ऐसे गुनाह को अंजाम दिया है. जिसके बारे में कोई सपने में भी नहीं सोच सकता है.
39 साल की सूचना सेठ स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल AI लैब नाम की कंपनी की CEO है, जोकि बेंगलुरु में रहती थीं। पति से तलाक हो चुका था. चार साल का बेटा उसके साथ ही था.
एक दिन वह बेटे के साथ गोवा आई. अपार्टमेंट में रुकी. लेकिन जब वापिस जाती है तो एक बैग लेकर बाई रोड टैक्सी से बेंगलुरु के लिए निकलती है।
कुछ देर बाद ही जो कुछ पता चला उसने पुलिस के भी होश उड़ा दिए. दरअसल, जो बच्चा वह अपने साथ लेकर आई थी, वह उनके साथ जाते समय दिखा ही नहीं. वापसी में एक बैग जरूर था. जी हां, इस महिला सीईओ पर अपने ही चार साल के बच्चे की हत्या का गंभीर आरोप लगा है. गोवा अपार्टमेंट से निकलने के बाद उसे पकड़ना आसान नहीं था. हालांकि सफाईकर्मी की सतर्कता, पुलिस की सूझबूझ और साहसी टैक्सी ड्राइवर के कारण उसे पकड़ लिया गया.
बताया जा रहा है कि महिला ने सिर्फ इसलिए बेटे की हत्या कर दी जिससे उसका पति बेटे से मिल न सके. मुलाकात से एक दिन पहले ही उसने 4 साल के मासूम का कत्ल कर दिया. महिला की शादी 2010 में हुई थी.
2019 में बेटा पैदा हुआ था. 2020 में पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ. मामला कोर्ट में पहुंचा. पति-पत्नी के बीच तलाक भी हो गया. बाद में कोर्ट ने आदेश दिया कि पति अपने बच्चे से रविवार को केवल एक दिन मिल सकता है. महिला नहीं चाहती थी कि पति बेटे से मिले इसीलिए उसने मार डाला.
इस अपराध ने पणजी से लेकर कर्नाटक के तक के लोगों को हिलाकर रख दिया. वह उत्तरी गोवा के कैंडोलिम के अपार्टमेंट में रुकी थी. सोमवार सुबह सूचना सेठ ने अपार्टमेंट से
चेक आउट किया. कुछ देर में सफाईवाले पहुंचे तो एक सदस्य ने वहां खून के धब्बे देखे. तुरंत गोवा पुलिस को सूचना दी गई.
सूचना सेठ ने कैंडोलिम होटल के कमरा नंबर 404 में चेक इन करते समय बेंगलुरु का एड्रेस दिया था. होटल स्टाफ ने पुलिस को बताया कि जब सूचना बेंगलुरु वापस जाने के लिए टैक्सी का वेट कर रही थीं तो उन्हें सलाह दी गई थी कि प्लेन से वापस जाना सस्ता और सुविधाजनक होगा. हालांकि वह सड़क के रास्ते जाने पर अड़ी रहीं तो होटल ने एक लोकल टैक्सी की व्यवस्था कर दी.
नॉर्थ गोवा एसपी ने बताया कि सुबह 11 बजे खून के धब्बे देखे जाने की सूचना मिलने के बाद फौरन पुलिस की एक टीम पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया. उसमें दिखा कि वह अपने बेटे के बगैर अपार्टमेंट से निकल रही थीं.
इंस्पेक्टर नाइक ने कहा कि उन्होंने टैक्सी ड्राइवर को फोन किया और कहा कि सुचाना को फोन दें. महिला सीईओ से जब उनके बेटे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दावा किया कि उसे फतोरदा (गोवा) में दोस्त के घर पर छोड़ दिया है. दोस्त का पता मांगा गया जो फर्जी निकला.
इसके बाद टैक्सी ड्राइवर को फिर से फोन किया. इस बार उससे कोंकणी में बातचीत की गई और कहा गया कि पास के किसी थाने में गाड़ी लेकर चला जाए. हालांकि यात्री को शक नहीं होना चाहिए. तब तक टैक्सी चित्रदुर्ग जिले में पहुंच चुकी थी.
ड्राइवर ने मौका देखते ही ऐमंगला थाने में कार घुसा दी. पीछे बैठी सूचना सेठ को इस प्लान के बारे में भनक भी नहीं लग सकी. जब एक अधिकारी ने कार चेक की तो नाइक का शक सही निकला. एक बैग में बच्चे का शव मिला.