हिमाचल प्रदेश के जिन रूटों पर प्राइवेट बसों का अवैध संचालन धड़ल्ले से चल रहा था, अब उन्हें कानूनन सही बनाए जाने की तैयारी तेज हो गई है। समाचार फर्स्ट को मिली ख़बर के मुताबिक मनाली-ढांगू-पठानकोट रूट पर प्राइवेट बसों के संचालन के लिए 'स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट' ने हरी झंडी दे दी है। प्राइवेट ऑपरेटरों के लिए यह कार्रवाई 8 मार्च से ही अमल में ला दी गई है। लेकिन, मसला एचआरटीसी के साथ टाइमटेबल को लेकर अटका हुआ है।
गौरतलब है कि मनाली-ढांगू-पठानकोट रूट पर अवैध तरीक से चलने वाली बसों के खिलाफ जनवरी में समाचार फर्स्ट ने एक मुहिम छेड़ी थी और प्राइवेट बस ऑपरेटरों को बेनकाब किया था। हमने यह भी दिखाया था कि कैसे कांगड़ा आरटीओ की मदद से प्राइवेट बस वालों ने पठानकोट का टाइमटेबल ले लिया था। जबकि, उन्हें संचालन की अनुमति सिर्फ हिमाचल की सीमा (ढांगू) तक ही थी। हमने यह भी दिखाया था कि कैसे प्राइवेट बस ऑपरेटर हिमाचल की लाइफलाइन मानी जाने वाली एचआरटीसी को लाखों का चूना लगा रहे हैं। इसके अलावा हमने एचआरटीसी के उन जांचकर्मियों के भी बयान सुनाए थे जिनसे आए दिन लड़ाई-झगड़ा होता था और जान से मारने की धमकी तक दी जाती थी।
लेकिन, यह मसला कुछ और ही निकला है। बजाय कार्रवाई के इन्हें पठानकोट तक कानूनी रूप से हरी झंडी दी जा रही है। अब मसला सिर्फ टाइम-टेबल का है। समाचार फर्स्ट को अंदर से जो ख़बर मिली है उसके मुताबिक प्राइवेट ट्रांसपोर्टरों और एचआरटीसी के बीच टाइमटेबल को लेकर 23 अप्रैल को बैठक भी सुनिश्चित की गई है।
किसके दबाव में है प्रदेश सरकार?
समाचार फर्स्ट को जो ख़बर हाथ लगी है, उसके मुताबिक प्राइवेट बस ऑपरेटरों के लिए इस वक़्त एक प्रेशर-ग्रुप काम कर रहा है। यह प्रेशर-ग्रुप कांगड़ा जिले का है और सरकार में इनकी अच्छी-खासी पहुंच है। कायदे से देखें तो इस काम में पंजाब प्रशासन की तरफ से काफी मदद मिल रही है। वहां, पहले भी एचआरटीसी की जगह प्राइवेट बस वालों की खास सुनवाई थी। यह मामला एचआरटीसी बनाम प्राइवेट बस ऑपरेटों को लेकर हाईकोर्ट में भी पेंडिंग है। बजाय इसके रूट परमिट जारी करना हैरानी का सबब है।
मामले पर जल्द करेंगे कार्रवाई: परिवहन मंत्री
इस बीच समाचार फर्स्ट ने प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से बात की। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि उनकी भी जानकारी में प्राइवेट बस ऑपरेटरों के अवैध संचालन और नए रूट जारी करने की बात सामने आई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार किसी भी तरह से अवैध कामों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अवैध ढंग से संचालन करने वाले बस ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी।
प्राइवेट बस ऑपरेटरों के अवैध संचालन पर जनवरी में समाचार फर्स्ट ने व्यापक रिपोर्टिंग की थी…यहां क्लिक कर आप देख सकते हैं–