मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना के तहत कांगड़ा जिला में 14 मार्च से लेकर 27 मार्च तक सघन दस्त पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा इसमें पांच वर्ष से कम आयु के लगभग 98000 बच्चों को घर द्वार पर ओआरएस घोल तथा जिंक की टेबलेट्स वितरित की जाएंगी।यह जानकारी उपायुक्त हेमराज बैरवा ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में सघन दस्त पखवाड़ा के आयोजन की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि दस्त रोग बच्चों के लिए एक जानलेवा बीमारी है तथा इसी की रोकथाम तथा जागरूकता के लिए सघन दस्त पखवाड़ा मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि पहला पखवाड़ा दिवस गत वर्ष 15 जून से लेकर 30 जून तक मनाया गया था जिसमें करीब 97000 के करीब बच्चों को ओआरएस घोल तथा जिंक की टेबलेट्स वितरित की गई थीं इसके पश्चात 20 नवंबर से लेकर 04 दिसतंबर तक दूसरा सघन दस्त पखवाड़ा आयोजित किया गया जिसमें 98126 बच्चों को ओआरएस घोल तथा जिंक की टेबलेट्स मुहैया करवाई गई थीं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा आशा वर्कर्स के माध्यम से ओआरएस घोल तथा जिंक की टेबलेट्स घर द्वार पर मुहैया करवाई जाएगी तथा इसके उपयोग को लेकर भी अभिभावकों को अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्दियों की बारिश के बाद अमूमन डायरिया के मामले सामने आते हैं।
प्रदूषित जल और गंदगी डायरिया के मुख्य कारणों में से एक है। उन्होंने जिले के लोगों से भी आग्रह करते हुए कहा कि अपने आसपास की सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा जल स्रोतों और पानी के टैंक को भी साफ रखें। उपायुक्त ने आईपीएच विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वच्छ जल उपलब्ध करवाने की दिशा में कारगर कदम उठाएं। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों को हैंड बाॅश तथा नाखून साफ रखने को लेकर जागरूक करें ताकि बच्चों को बीमारियों से बचाया जा सके।
इससे पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा सुशील शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए दस्त सघन पखवाड़ा लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों से अवगत करवाया। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश गुलेरी, तथा जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सूद, डा बंदना, डा अनुराधा सहित बीएमओ और आयुर्वेद विभाग, वेलफेयर विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।