कांगड़ा-चंबा में भाजपा उम्मीदवार डॉ. राजीव भारद्वाज के लिए क्यों बढ़ती जा रही हैं चुनौतियां? भाजपा उम्मीदवारों के मंच से दिग्गज नेता क्यों कर रहे हैं किनारा? क्या कांगड़ा-चंबा में टिकट के फैसले से अभी भी नाराज हैं भाजपा के दिग्गज नेता? आखिर जनसभाओं में क्यों नहीं जुट पा रही है भीड़? क्या भाजपा को अब इस अंदरूनी अंतर्कलह का खामियाजा लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा? ये तमाम सवाल धर्मशाला में हुई भाजपा नेताओं की जनसभा से खड़े हो गए हैं.
धर्मशाला में सोमवार को भाजपा के वीवीआईपी नेताओं का मेला लगा.. भाजपा के तीन उम्मीदवार हिमाचल प्रदेश की मिनी राजधानी धर्मशाला में एकजुट हुए थे.. इनके साथ नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे, लेकिन यहां हुआ यूं कि इन दिग्गज नेताओं के मौजूद होने के बावजूद भाजपा सम्मानजनक भीड़ नहीं जुटा पाई.. ऐसे में अब सवाल कांगड़ा-चंबा के भाजपा उम्मीदवार डॉ. राजीव भारद्वाज की दावेदारी पर खड़े हो गए हैं.
दरअसल, धर्मशाला में भाजपा की फायर ब्रांड लीडर एवं मंडी से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत की जनसभा थी, खास बात ये है कि उनके साथ भाजपा के दो उम्मीदवार और एक ही मंच पर थे.. एक डॉ. राजीव भारद्वाज और दूसरे धर्मशाला से भाजपा उम्मीदवार सुधीर शर्मा. मतलब भाजपा के 3 उम्मीदवार एक ही मंच से जनसभा को संबोधित कर रहे थे, लेकिन जो माहौल इनकी जनसभाओं में देखने को मिला शायद वो भाजपा के लिए बहुत परेशानी वाला था. सबसे बड़ी बात तो ये थी कि भाजपा के मौजूदा सांसद किशन कपूर ही यहां से नदारद थे. इसके अलावा भाजपा के कई और दिग्गज नेताओं ने भी इस मंच से दूरी बना रखी थी.
ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी हैं कि भाजपा कैसे एकजुट होकर चुनाव लड़ रही है.. और तो और भाजपा के 3 उम्मीदवार भी अपनी जनसभाओं में इतनी भीड़ नहीं जुटा पाए, जितनी पूर्व मुख्यमंत्री जयराम के सामने जुटानी चाहिए थी. ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी के घर में छोटा सा कोई कार्यक्रम हो.. मंच पर कंगना रनौत, डॉ. राजीव भारद्वाज, सुधीर शर्मा, जयराम ठाकुर के साथ विपिन सिंह परमार और पवन काजल के साथ पीछे कुछ भाजपा के प्रवक्ता और कांगड़ा जिला के पदाधिकारी जरूर मौजूद थे. भले ही कंगना रनौत बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने यहां पहुंचीं थीं, लेकिन भाजपा ने उन्हें अपने मंच पर बुलाकर ऐसा लग रहा था कि बहुत बड़ी गलती कर दी, जितनी भीड़ कंगना रनौत जैसी सेलिब्रिटी को देखने के लिए मंडी में उमड़ती है.
धर्मशाला में कंगना को निहारने तक का इंटरेस्ट लोगों में नहीं दिखा.. येही वजह है कि भाजपा उम्मीदवारों के साथ साथ जो भी भाजपा नेता इस जनसभा में मौजूद थे..उनके चेहरे भी मायूसी से भरे हुए थे.. तभी तो नाराजगी दूर करने के लिए आनन-फानन में भाजपा ने शाम होते होते किशन कपूर के बेटे शाश्वत कपूर को भाजयुमो का प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया. उधर, दूसरी तरफ भाजपा नेता घनश्याम शर्मा को भी प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में सह-संयोजक का दायित्व सौंप दिया गया.