हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बीच महिला सम्मान निधि के 1500 रुपए की गारंटी को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया हैं.. भाजपा और कांग्रेस में वार पलटवार जारी है.. भाजपा पहले ही 1500 रुपए वाले फार्म भरवाने को लेकर चुनाव आयोग से मुख्यमंत्री सुक्खू की शिकायत कर चुकी है.. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एक बाऱ फिर मुख्यमंत्री सुक्खू की शिकायत इसी मुद्दे को लेकर करने के संकेत फिर दे दिए हैं.. जयराम ठाकुर का कहना है कि अगर कांग्रेस को महिलाओं की इतनी ही चिंता थी, तो आखिर बजट में 1 हजार 500 के सम्मान निधि की घोषणा क्यों नहीं की गई?
जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 1 हजार 500 देने की बात कही है.. अभी आचार संहिता में 1500 रुपए देने का जिक्र कर रहे हैं, जो आचार संहिता का साफ तौर पर उल्लंघन है.. उन्होंने कहा कि भाजपा इस पर विचार करने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग को शिकायत भी सौंपेगी..
जयराम ठाकुर का ये बयान मुख्यमंत्री के उस बयान पर आया है.. जब मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि हिमाचल में पात्र महिलाओं को जीवन भर सालाना 18 हजार मिलते रहेंगे.. मुख्यमंत्री ने कहा था कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना योजना की शुरुआत 1 मई 2023 को स्पीति घाटी से की गई थी.. इसी तरह 1 फरवरी 2024 से योजना को लाहौल में भी लागू हो चुकी है..
इन दोनों जगहों महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये मिल रहे हैं..और अब 1500 मासिक पेंशन योजना रुकेगी नहीं.
फिलहाल, ये तो देखने वाली बात होगी कि जयराम ठाकुर क्या फिर इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के पास जाते हैं या नहीं जाते.. लेकिन आपको बता दें कि इस मुद्दे पर जब पिछली बार भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी, तबसे मुख्यमंत्री सुक्खू और कांग्रेस सरकार के नेता भाजपा पर ये आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा महिलाओं को 1500 रुपए देने से सरकार को रोक रही है.. ऐसे में अब इस बात का जवाब तो प्रदेश की महिलाएं ही दे पाएंगी, कि किनको 1500 रुपए मिलने शुरू हुए हैं और किनको नहीं..