हमीरपुर: तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं बड़सर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के प्रभारी राजेश धर्माणी ने कहा है कि बिकाऊ विधायक धनबल से उपचुनाव में जीत दर्ज नहीं कर पाएंगे। जनबल के आगे धनबल नहीं चलेगा। खनन माफिया पर शिकंजा कसने से बिकाऊ विधायक तिलमिला गए थे। उनके तार भी माफिया से जुड़े थे, धीरे-धीरे सारी पोल खुल रही है। इन्होंने भाजपा के साथ डील करने के बाद ही सरकार को गिराने की साजिश रची। बिकाऊ विधायकों के क्षेत्रों में विकास कार्य जोरशोर से चल रहे हैं।
धर्माणी ने कहा कि सुजानपुर, बड़सर, कुटलैहड़, गगरेट, धर्मशाला और लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्रों में 300 से 400 करोड़ के कार्य हुए हैं। सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा तो विकास कार्यों के लिए कभी मुख्यमंत्री के पास गए ही नहीं, उनका अहंकार आड़े आ जाता था। सुजानपुर का विकास कांग्रेस की देन है, भाजपा ने वहां कुछ नहीं किया है। कुछ महीने पहले तक भाजपा को कोसने वाले राणा अब उसकी गोद में बैठकर झूठा गुणगान करने में लगे हैं। लेकिन, जनता उनकी चाल, चेहरा व चरित्र पहचान चुकी है। बड़सर, गगरेट, धर्मशाला में तो पूर्व विधायकों ने जो मांगा वह मिला, बावजूद इसके उनकी धन आत्मा, अंतरात्मा पर भारी पड़ गई। कुटलैहड़ के विधायक तो तबादलों और टेंडर लेने में ही उलझे रहे।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर को जनता कभी माफ नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहली बार हिमाचल दिवस स्पीति के काजा में मनाया। रवि की सारी मांगें पूरी कीं। महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि के 1500 रुपये प्रति माह देने की शुरूआत भी मुख्यमंत्री ने लाहौल के केलांग से की। महिलाओं के खाते में पहली किस्त आ चुकी है। लाहौल स्पीति में रवि को लोगों का सामना करना मुश्किल हो रहा है। गगरेट में पूर्व विधायक चैतन्य के नाम से लोगों से टैक्स लिया जा रहा था।
धर्माणी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अपनी सरकार का समय भूल गए हैं। उनके समय प्रदेश में अराजकता का माहौल रहा। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी। वर्तमान सरकार में अपराधियों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है। कानून अपने हाथ में लेने वालों को तुरंत सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है। अपराधी अब पुलिस गिरफ्त से दूर नहीं जा सकते। कुर्सी छिनते ही जयराम ठाकुर को झूठ बोलने की आदत पड़ गई है। उनके किसी भी बयान में सत्यता नहीं होती, वह मनगढ़ंत बातें करते हैं।