मंडी: हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने सरकार व शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि है कि युक्तिकरण शैक्षणिक सत्र के आरंभ में किया जाए न कि बीच सत्र में, क्योंकि इससे विद्यार्थियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा।
साथ ही यह भी आग्रह किया गया है कि जिन शिक्षकों को सेवानिवृत होने में कुछ ही महीने यानी 3 महीने या फिर एक साल से कम का समय बचा है उन्हें इस युक्तिकरण की प्रक्रिया में न छेड़ा जाए।
संघ के मंडी जिला अध्यक्ष राजेश सैनी जिला महासचिव जय राम शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, विजय, अजय ठाकुर, ललित कुमार ,वित्त सचिव देवेन्द्र कुमार,मुख्य प्रवक्ता इंद्र सिंह , चीफ मेंटर रंगीला राम,मुख्य प्रैस सचिव उमेश, मुख्य कानूनी सलाहकार सूरज, महिला विंग की सलाहकार पूनम, अध्यक्ष ललिता ,मुख्यालय सचिव सुख राम,कार्यवाही समिति अध्यक्ष मुकेश, मुख्य संगठन सचिव कमलेश, मुख्य वेव सचिव विपिन सैनी,राजेश राव,चमन वर्मा, सी.एल. मेहता, महेन्द्र, रश्मि सोनी, सह सचिव विनोद कुमार, कुलदीप स्नोरिया, पवन कुमार , हरीश चौधरी, महिला विंग की राज्य अध्यक्ष सोनू सेन संजय ,राकेश, राहुल नेगी, राजीव चंदेल, रेखा चन्देल विजय कुमारी चंद्ररशेखर, सतीश भारद्वाज, जगदीश, जय कुमार आदि ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि सरकार द्वारा स्कूलों में युक्तिकरण प्रक्रिया शुरू करने की बात कही जा रही है।
युक्तिकरण की प्रक्रिया को नई शिक्षा नीति के तहत ही लागू किया जाना चाहिए। इसमें छात्र और शिक्षक अनुपात 30ः1 रखा जाए। युक्तिकरण की प्रक्रिया को शैक्षणिक सत्र के मध्य में प्रारंभ न कर इसे नए शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाए।
राजेश सैनी ने बताया कि शैक्षणिक सत्र के बीच में युक्तिकरण होने से विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में शिक्षक और छात्र अनुपात बनाये रखने की मांग की।
प्रवक्ता संघ ने सरकार से यह भी मांग की है कि युक्तिकरण में बहुत से प्रवक्ता ऐसे भी हैं जो जल्दी ही सेवानिवृत्त हो रहें हैं अतः प्रवक्ता संघ विभाग से उनकी सेवानिवृत्ति के साथ ही पद का युक्तिकरण का निर्णय लेने का अनुरोध किया है।