देश के कई राज्यों में बारिश अपना कहर बरपा रही है और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आज बारिश का दौर जारी है। बुधवार को देर शाम को शिमला के मच्छी वाली कोठी में सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है. जिसके कारण आसपास के करीब 10 मकानों को खतरा पैदा हो गया है।
बारिश से हो रहे नुक्सान के बीच मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 10 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान के केंद्र शिमला के अनुसार 24 घंटों के लिए प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर बाकी सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
चम्बा जिला में पठानकोट-भरमौर एनएच समेत चम्बा-खजियार व चम्बा-चुवाड़ी वाया जोत मार्ग यातायात के लिए बहाल है। किन्नौर जिला में निगुलसरी के पास भूस्खलन के चलते नेशनल हाईवे-5 पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
मार्ग के देर शाम बहाल होने की संभावना है। शिमला को जोड़ने वाले शिमला-सोलन, शिमला-बिलासपुर और शिमला-ठियोग जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। हालांकि लगातार हो रही बारिश से इन मार्गों पर भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है और प्रशासन ने संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
धर्मशाला-पठानकोट व शिमला एनएच पर यातायात सुचारू रूप से चला हुआ है। मंडी जिला में मनाली-चंडीगढ़ एनएच पंडोह के 9 मील, खोतीनाला, मून होटल और जोगणी मोड़ पर वाहनों के लिए वनवे खुला है. जबकि कुल्लू के लिए वैकल्पिक मार्ग मंडी-कटौला-बजौरा सड़क एलएमवी वाहनों की आवाजाही के खुला है।
कुल्लू जिला में चंडीगढ़-मनाली एनएच, औट-लुटरी नेशनल हाईवे 305 यातायात के लिए बहाल हैं। सिरमौर जिला में तीनों नेशनल हाईवे नाहन-कुमारहट्टी 907ए, कालाअम्ब-पांवटा साहिब-देहरादून और पांवटा साहिब-शिलाई नैशनल हाईवे 707 पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही है।