प्रदेश में भोरंज उपचुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। चुनाव के दिन तक दोनों ही पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी जीत का दम भर रही हैं। कायदे से देखा जाए तो भोरंज से आगामी विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है।
जनता को रिझाने के लिए इमोशनल कार्ड दोनों ही पार्टियों के नेता खेल रहे हैं। वीरभद्र सिंह जहां अपने ऊपर चल रहे आय से अधिक संपत्ति के मामले को धूमल का राजनीतिक द्वेष बता रहे हैं, तो वहीं, प्रेम कुमार धूमल भी अपने खिलाफ हो रही जांच को वीरभद्र का बदले से प्रेरित कार्रवाई बताने में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने द्वारा किए कार्यों का बखान करने में जुटे हैं और दावा कर रहे हैं कि उनके काम का इनाम जनता जरूर देगी और इसका रिजल्ट भोरंज उपचुनाव से शुरू हो रहा है। यानी मुख्यमंत्री भोरंज की जीत को लेकर पहले ही आश्वस्थ हैं।
जबकि, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री को हवा में नहीं रहने की नसीहत दी है। बीजेपी नेता प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर पलटवार करते हुए कहा है कि भोरंज से कांग्रेस की विदाई शुरू हो जाएगी और आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से हिमाचल की जनता बाहर का रास्ता दिखा देगी। उन्होंने कहा कि भोरंज की जीत पार्टी को एक नई ऊर्जा और ताकत देगी।
एक तरफ जहां मुख्यमंत्री बेरोजगारी भत्ता और विकास के दावे पेश कर रहे हैं, तो वहीं प्रेम कुमार धूमल इसे महज झूठा प्रचार बता रहे हैं। उन्होंने कहां कि बेरोजगारों को भत्ते के नाम पर ठगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक लोगों के बकाया पेंशन नहीं दी गई है।