नूरपुर निजी स्कूल बस हादसे को एक महीना पूरा होने से पहले जांच रिपोर्ट आ गई है। एडीएम मस्त राम भारद्वाज की अगुवाई में जांच पूरी कर रिपोर्ट बुधवार को डीसी कांगड़ा को सौंप दी गई है। रिपोर्ट में हादसे की वजह ड्राइवर की लापरवाही बताई गई है।
जांच टीम के मुताबिक हादसा बाइक की वजह से नहीं बल्कि ड्राइवर को झपकी आने या बच्चों के शोर-शराबे की वजह से पीछे देखते वक्त हुआ है। जांच टीम ने सामने से आ रही मोटरसाइकिल, ड्राइवर के नशे में होने या खस्ताहाल सड़क की वजह से हादसा होने की बात को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार बस में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी। चालक के पोस्टमार्टम में न शराब और न ही किसी अन्य नशीले पदार्थ के सेवन की बात सामने आई है। हालांकि, सड़क की हालत कुछ खराब थी, लेकिन इतनी दयनीय नहीं थी कि ऐसा हादसा हो जाता।
एडीएम कांगड़ा मस्त राम भारद्वाज ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीसी कांगड़ा को सौंप दी गई है।
ये था पूरा मामला
कांगड़ा के नूरपुर के चेली में 9 अप्रैल को छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ने जा रही 42 सीटर स्कूल बस 700 फीट गहरी खाई में गिर गई थी। इस हादसे में 24 बच्चों समेत कुल 28 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद कहा जा रहा था कि बस चालक ने सामने आ रही तेज रफ्तार बाइक को बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ है, जिसे इस जांच रिपोर्ट ने सिरे से खारिज कर दिया है।