America/Agencies : भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से धरती पर वापस लाने के लिए स्पेसएक्स का नया कैप्सूल रविवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में पहुंच गया। यह कैप्सूल चार सीटों वाला है, लेकिन इसमें केवल दो अंतरिक्ष यात्री सवार हैं क्योंकि दो सीटें विलियम्स और विल्मोर के लिए खाली रखी गई हैं, जिन्हें जून से अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे होने के बाद वापस लाया जाएगा।
Contact confirmed at 5:30pm ET (2130 UTC). Next, the Dragon spacecraft will complete the docking sequence, and undergo a series of checks before crews can open the hatch and welcome #Crew9 to the @Space_Station. pic.twitter.com/y3ve8FLBqs
— NASA (@NASA) September 29, 2024
नासा का निर्णय:
नासा ने सुरक्षा चिंताओं के कारण सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने का निर्णय लिया। स्पेसएक्स कैप्सूल के जरिए इस मिशन को पूरा करने का उद्देश्य नासा के पहले स्टारलाइनर में आई तकनीकी समस्याओं, जैसे थ्रस्टर की विफलता और हीलियम रिसाव, को दूर करना है। इन समस्याओं के चलते स्टारलाइनर इस महीने खाली ही धरती पर लौट आया था।
SpaceX Crew-9 arrives at ISS; welcomed by NASA's Sunita Williams and Butch Wilmore
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— ANI Digital (@ani_digital) September 30, 2024
स्पेसएक्स की तैयारी:
स्पेसएक्स के इस बचाव अभियान में नासा के निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर गोर्बूनोव भी शामिल थे। हालांकि, वे फरवरी तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ही रहेंगे, जबकि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के इस प्रवास की अवधि अब आठ महीने हो जाएगी।