Ayurvedic hospital telemedicine services: जिला आयुर्वेदिक अस्पताल हमीरपुर में जल्द ही टेलीमेडिसिन ओपीडी की सुविधा शुरू होने जा रही है, जिसके जरिए मरीजों को घर बैठे डिजिटल माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श और उपचार मिलेगा। यह पहल उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, जो किसी कारणवश अस्पताल तक नहीं पहुंच सकते।
टेलीमेडिसिन ओपीडी के तहत, विशेषज्ञ चिकित्सक रोजाना दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए मरीजों से जुड़ेंगे। इसमें मरीज अपनी बीमारियों के लक्षण, समस्याएं और अन्य चिकित्सा जानकारी साझा कर सकेंगे, जिसके आधार पर डॉक्टर उन्हें दवाइयों और इलाज के बारे में परामर्श देंगे। यह सुविधा डिजिटल डिवाइस जैसे मोबाइल, कंप्यूटर या टैबलेट के माध्यम से घर बैठे या किसी भी स्थान से उपयोग की जा सकेगी।
इस सुविधा के माध्यम से आयुर्वेदिक चिकित्सक मरीजों का इलाज कर सकेंगे, बिना किसी जरूरत के उन्हें अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि उन लोगों के लिए भी सुविधा होगी जो किसी कारणवश अस्पताल नहीं पहुंच सकते।
फील्ड में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं:
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिलीप ने बताया कि टेलीमेडिसिन सुविधा के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ली जाएंगी। अस्पताल के एक कमरे में तीन से चार विशेषज्ञ चिकित्सक बैठेंगे और डिजिटल माध्यम से मरीजों की जांच करेंगे। इसके लिए इंटरनेट की सुविधा और कंप्यूटर की व्यवस्था की जाएगी, ताकि डॉक्टर ऑनलाइन माध्यम से मरीजों की समस्याएं सुन सकें और उनका समाधान कर सकें।
आयुर्वेदिक चिकित्सा का डिजिटल युग:
यह सुविधा आयुर्वेदिक चिकित्सा को एक नए डिजिटल युग में प्रवेश कराएगी, जहां बिना अस्पताल आए, मरीज अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगे। अस्पताल प्रशासन का मानना है कि इस पहल से कई लोग लाभान्वित होंगे, विशेषकर वो जो नियमित रूप से अस्पताल नहीं आ सकते या ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं।
कमरे की तैयारियां और अन्य व्यवस्थाएं:
अस्पताल में टेलीमेडिसिन ओपीडी के लिए एक विशेष कमरा तैयार किया गया है, जहां से चिकित्सक ऑनलाइन माध्यम से मरीजों को परामर्श देंगे। इस कमरे में रखा गया सामान अन्य जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन की योजना के अनुसार, अगले एक सप्ताह के भीतर यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
सुविधा से संभावित लाभ:
- समय और दूरी की बाधा खत्म: मरीज कहीं से भी डॉक्टरों से जुड़ सकेंगे।
- अस्पताल में भीड़ कम होगी: डिजिटल माध्यम से मरीजों का इलाज होने पर अस्पताल में भीड़ नहीं होगी।
- रोगी और चिकित्सक के बीच सीधा संवाद: डिजिटल माध्यम से मरीज और डॉक्टर बिना किसी बाधा के संवाद कर सकेंगे।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा: इससे आयुर्वेदिक चिकित्सा को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर एक नया आयाम मिलेगा।
चिकित्सा अधीक्षक का बयान: जिला आयुर्वेदिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिलीप ने बताया कि, “टेलीमेडिसिन ओपीडी शुरू करने के लिए अस्पताल पूरी तरह तैयार है। यह सुविधा मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शुरू की जा रही है। जो मरीज अस्पताल नहीं आ सकते, वे इस सेवा का लाभ ले सकेंगे।”