Thursday Vishnu Worship Benefits: गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत के लिए सबसे पवित्र माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से न केवल सभी कष्ट दूर होते हैं, बल्कि सुख-शांति और वैवाहिक जीवन में भी सकारात्मकता आती है। जब संसार में पाप का बोलबाला बढ़ा और धर्म की हानि हुई, तब भगवान विष्णु ने अपने अवतारों के माध्यम से संतुलन स्थापित किया।
भगवान विष्णु के 24 अवतार
भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से 10 अवतार प्रमुख माने गए हैं, जिनमें मत्स्य, वराह, वामन, कूर्म, नृसिंह, परशुराम, श्रीराम, श्रीकृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार शामिल हैं। इन अवतारों के नाम का स्मरण और पूजन करने से जीवन की सभी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।
- भगवान ऋषभदेव
- कूर्म अवतार (प्रमुख अवतार)
- भगवान धनवंतरि
- मोहिनी अवतार
- भगवान नृसिंह (प्रमुख अवतार)
- श्रीराम अवतार (प्रमुख अवतार)
- श्रीकृष्ण अवतार (प्रमुख अवतार)
- बुद्ध अवतार (प्रमुख अवतार)
- कल्कि अवतार (प्रमुख अवतार)
- परशुराम अवतार (प्रमुख अवतार)
- हयग्रीव अवतार
- श्रीहरि अवतार
- महर्षि वेद व्यास
- हंस अवतार
गुरुवार को पूजा विधि (Thursday Puja Vidhi)
- प्रातः स्नान के पश्चात पीले वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने उनके सभी 24 अवतारों का ध्यान करें।
- घी का दीपक जलाएं और सुगंधित चंदन, पीले फूल, तुलसी के पत्ते, पीले फल और व्यंजन अर्पित करें।
- तुलसी की माला से विष्णु मंत्र का जाप करें:
शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।। - अंत में भगवान विष्णु की आरती करें।
इस विधि से पूजन करने पर सभी बाधाओं का नाश होता है और भक्त को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक लाभ प्राप्त होते हैं।